घटनाक्रम जो भी हुआ हो उसपे चर्चा करना तो प्रशासन का काम है लेकिन 100% गलती हिन्दुओं की थी... मुस्लिमों की नहीं... 0.1% भी नहीं.... आपको अटपटा लगा हमारा ऐसा कहना? क्यों लगा? हम जागरूक हैं, विश्वास कीजिये हमने कुछ कहा है तो सोच समझकर ही कहा है... आइये समझाते हैं आपको बुरा मत मानिये...
गलती हिन्दुओं की थी क्या थी एक एक कर के बताते हैं
1. दिखावे की शोभायात्रा निकाली गयी|
2. हिन्दुओं की एकता का भाव नहीं रखा गया|
3. दिखावे की शोभायात्रा मतलब, क्या सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी? या कटपुतली की तरह नाचना ही उद्देश्य था?
4. सुरक्षा के नाम पर पुलिस प्रशासन के भरोसे बैठे रहे|
5. हथियार या दंड लाठी ही अगर शोभायात्रा में सम्मिलित हुए लोगों के हाथों में होते तो वे पत्थर फेंकना तो छोड़िये घरों के अंदर से बाहर नहीं निकलते|
6. माना हर हिन्दू जागरूक नहीं वो सक्षम नहीं दंड या लाठी लेकर आने में तो शोभायात्रा प्रारम्भ करने से पहले दंड या लठ वितरण करना चाहिए था|
7. वे तो घात लगाए बैठे ही हैं... हम जा रहे हैं उनके क्षेत्र से होते हुए तो वो कट्टरपंथी मुल्ले पत्थर फेकेंगे ही
ऐसे करनी चाहिए शोभायात्रा / रेल 👇क्लिक कर वीडियो देखिए
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