नितेश राणे इतना खुलकर बोलते हैं जितना खुलकर शायद ही इस समय कोई बोलता हो। महाराष्ट्र में हो रही भाषाई गुंडागर्दी के विरुद्ध जिस प्रकार नितेश राणे आक्रमण है उनके विरुद्ध कई शक्तियां एक्टिव हो सकती है , इसलिए जरूरत है कि हर राष्ट्रप्रेमी ऐसे नेता का पुरजोर समर्थन करे ताकि ये ऐसे हि राष्ट्रहित में खुलकर लड़ते रहें।
बातों बातों में इन्होंने भाषाई राजनीति करने वाले कथित मराठी चिंतकों को चुनौती तो दी ही है मदरसों के लेकर भी बड़ी बात की है। बात सही भी है कि क्यों मराठी मराठी चिल्लाने वाले चुनावी मराठी चिंतक केवल हिंदी का विरोध कर रहे है और हिंदुओं को निशाना बना रहे है... ?