#शुभ_रात्रि
बुराई से केवल बुराई बढ़ती है। "धन" यदि बुरे माध्यम से कमाया गया है तो उसका खर्च भी उचित रीति से नहीं हो सकता। जिसने पसीना बहा कर गाढ़ी कमाई से पैसा कमाया है उसे खर्च करते समय दरद लगेगा और बार-बार सोचेगा इसे किस कार्य के लिए कितनी मात्रा में खर्च करना उचित है ? किंतु जिसने बिना परिश्रम, धूर्तता पूर्वक कमाया है, उसके लिए निरर्थक कामों में बहुत कुछ खर्च कर डालना भी बुरा न लगेगा।
सच बात तो यह है कि हराम की कमाई आडंबर बनाने, ढोंग रचने और विलासिता के प्रसाधन जमा करने में ही खर्च होती है । अनेकों व्यसन ऐसे लोगों के पीछे पड़ जाते हैं, जिनमें वह धन तो बर्बाद होता ही है, साथ ही शरीर और मन को अस्तव्यस्त कर देने वाली अनेकों बुराइयाँ भी अपने भीतर पैदा हो जाती हैं । जिनके कारण अनेकों विपत्तियों और व्यथाओं का सामना करना पड़ता है । इस प्रकार वह अनुचित कमाई अपना क्षणिक चमत्कार दिखाकर अंततः मनुष्य के भविष्य को अंधकारमय बनाने वाली ही सिद्ध होती है।
. 🚩जय सियाराम 🚩
. 🚩जय हनुमान 🚩