गीता वीडियो एवम पंचांग
गीता अध्याय 02 (सांख्ययोग) श्लोक 51
आज का पंचांग
बुधवार ०४/०५/२०२३
वैसाख शुक्ल चतुर्दशी, युगाब्ध - ५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩तिथि - चतुर्दशी रात्रि 11:44 तक तत्पश्चात पूर्णिमा
⛅दिनांक - 04 मई 2023
⛅दिन - गुरुवार
⛅शक संवत् - 1945
⛅अयन - उत्तरायण
⛅ऋतु - ग्रीष्म
⛅मास - वैशाख
⛅पक्ष - शुक्ल
⛅नक्षत्र - चित्रा रात्रि 09:35 तक तत्पश्चात स्वाती
⛅योग - वज्र सुबह 10:35 तक तत्पश्चात सिद्धि
⛅राहु काल - दोपहर 02:35 से 03:52 तक
⛅सूर्योदय - 06:05
⛅सूर्यास्त - 07:07
⛅दिशा शूल - दक्षिण दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:37 से 05:21 तक
⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:14 से 12:58 तक
⛅व्रत पर्व विवरण - श्री नृसिंह जयंती, गुरु अमरदासजी जयंती, श्रीमद् आद्य शंकराचार्य कैलास-गमन
⛅विशेष - चतुर्दशी के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
🌹श्री नृसिंह जयंती - 04 मई 2023 🌹
🌹 संकटनाशक मंत्रराज 🌹
🌹 नृसिंह भगवान का स्मरण करने से महान संकट की निवृत्ति होती है । जब कोई भयानक आपत्ति से घिरा हो या बड़े अनिष्ट की आशंका हो तो भगवान नृसिंह के इस मंत्र का अधिकाधिक जप करना चाहिए :
ॐ उग्रं वीरं महाविष्णुं ज्वलन्तं सर्वतोमुखम् ।
नृसिंहं भीषणं भद्रं मृत्युमृत्युं नमाम्यहम् ।।
🌹 सत्संग में आता है कि “इस विशिष्ट मंत्र के जप और उच्चारण से संकंट कि निवृत्ति होती है ।”
🔹लू : सुरक्षा व निवारण🔹
🔸लू से बचने के लिए तेज धूप में घर से बाहर निकलते समय पानी पीकर एवं जुते व टोपी पहन के ही निकलें । एक प्याज को (ऊपर का मरा छिलका हटाकर) अपनी जेब में रखनेमात्र से लू नहीं लगती । लू लगने पर प्याज का रस शरीर पर मलने से लाभ होता है ।
🔸लू लगने पर मोसम्बी के रस का सेवन बहुत ही लाभदायी है ।
🔸गर्मी के दिनों में गुलकंद, गुलाब शरबत, पलाश शरबत व ब्राह्मी शरबत आदि के सेवन से लू से बचा जा सकता है । (ये उत्पाद संत श्री आशारामजी आश्रमों में सत्साहित्य सेवा केन्द्रों O से तथा समितियों से प्राप्त हो सकते हैं ।)
🔹गुरुवार विशेष 🔹
🔸हर गुरुवार को तुलसी के पौधे में शुद्ध कच्चा दूध गाय का थोड़ा-सा ही डाले तो, उस घर में लक्ष्मी स्थायी होती है और गुरूवार को व्रत उपवास करके गुरु की पूजा करने वाले के दिल में गुरु की भक्ति स्थायी हो जाती है ।
🔸गुरुवार के दिन देवगुरु बृहस्पति के प्रतीक आम के पेड़ की निम्न प्रकार से पूजा करें :
🔸एक लोटा जल लेकर उसमें चने की दाल, गुड़, कुमकुम, हल्दी व चावल डालकर निम्नलिखित मंत्र बोलते हुए आम के पेड़ की जड़ में चढ़ाएं ।
ॐ ऐं क्लीं बृहस्पतये नमः ।
🌹 फिर उपरोक्त मंत्र बोलते हुए आम के वृक्ष की पांच परिक्रमा करें और गुरुभक्ति, गुरुप्रीति बढ़े ऐसी प्रार्थना करें । थोड़ा सा गुड़ या बेसन की मिठाई चींटियों को डाल दें ।
( लोक कल्याण सेतु , अंक - ११६ )
🔸गुरुवार को बाल कटवाने से लक्ष्मी और मान की हानि होती है ।
🔸गुरुवार के दिन तेल मालिश हानि करती है । यदि निषिद्ध दिनों में मालिश करनी ही है तो ऋषियों ने उसकी भी व्यवस्था दी है । तेल में दूर्वा डाल के मालिश करें तो वह दोष चला जायेगा ।
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