गौमय संजीवनी रस ...जरूर जानें (सामग्री (ingrediants), लाभ (Benifits), उपयोग विधि (How to use)
- संजीवनी रस गौझरण से निर्मित एक सुमधुर एवं सुगंधित पेय है ।
- कैल्शियम, आयरन, मैग्नेशियम, जिंक आदि खनिजों, एंजाइम्स तथा विटामिन्स की आपूर्ति करने में सहायक है ।
- अनालिटिकल लैबोरेटरी ने सिद्ध किया है कि १ लीटर संजीवनी रस लगभग ९ मिलीग्राम सोना और ५ मिलीग्राम चांदी प्रदान करता है जो शरीर के निर्माण और मस्तिष्क के पोषण व बुद्धि बढ़ाने में मदद करता है ।
- यह उत्कृष्ट प्रीबायोटिक और प्रोबायोटिक होने से विटामिन B12 वर्धक है ।
- ३० मिली संजीवनी रस एक दिन में आवश्यक विटामिन B12 की पूर्ति सहजता से कर देता है ।
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Ingredients – सामग्री
SANJEEVANI RAS (100mg) CONTAINS
- Fresh Cow Urine 96.69g
- E-320 0.24g
- E-300 0.76g
- E-270 0.95g
- E-961 0.02g
- Orange Oil 0.38g
- Spearmint Oil 0.96g
Sanjivani Ras Benefits in Hindi [Sanjivani Ras ke Fayde]
- संजीवनी रस गौझरण से निर्मित एक सुमधुर एवं सुगंधित पेय है ।
- कैल्शियम, आयरन, मैग्नेशियम, जिंक आदि खनिजों, एंजाइम्स तथा विटामिन्स की आपूर्ति करने में सहायक है ।
- अनालिटिकल लैबोरेटरी ने सिद्ध किया है कि १ लीटर संजीवनी रस लगभग ९ मिलीग्राम सोना और ५ मिलीग्राम चांदी प्रदान करता है जो शरीर के निर्माण और मस्तिष्क के पोषण व बुद्धि बढ़ाने में मदद करता है ।
- यह उत्कृष्ट प्रीबायोटिक और प्रोबायोटिक होने से विटामिन B12 वर्धक है ।
- ३० मिली संजीवनी रस एक दिन में आवश्यक विटामिन B12 की पूर्ति सहजता से कर देता है ।
- यह शरीर में जमा हुए विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर प्रतिरक्षा प्रणाली को सशक्त बनाने में मदद करता है और हानिकारक कोलेस्ट्रॉल व यूरिक एसिड को नियंत्रित करता है ।
- इसमें निहित ह्यूमिक और फुल्विक एसिड का एक उत्तम स्रोत है जो विश्नाशक, एंटीऑक्सीडेंट और स्फूर्तिदायक के लिए जाने जाते हैं ।
- यह एक उत्तम पुष्टिकारक व बलदायक टॉनिक है ।
- इसमें निहित स्वर्ण तथा चाँदी के अंश शरीर एवं मस्तिष्क को सुदृढ़ व बलवान बनाने में मददगार, बुद्धिवर्धक हैं ।
- शरीर में संचित विषाक्त द्रव्यों (Toxins) को दूर करने वाला है ।
- 30ml संजीवनी रस शिलाजीत के 500 मिलीग्राम के 1 कैप्सूल के लगभग शिलाजीत देता है ।
- शिलाजित हड्डियों को मजबूत बनाता है तथा वीर्य, बल व आयुवर्धक रसायन है ।
- भूख बढ़ाने वाला, पेट साफ़ करने वाला, कफ व वायुदोष को संतुलित करनेवाला पेय है ।
- गम्भीर रोगों से ग्रस्त असंख्य व्यक्तियों को इसके सेवन से नया जीवन प्राप्त हुआ है ।
- चिकित्सक के मार्गदर्शन में संजीवनी रस का उपयोग बहुत से रोगों में सफलतापूर्वक किया जाता है ।
- कैंसर (सभी प्रकार के), गाँठे, हृदयरोग, किडनी अकर्मण्यता (Renal failure), मधुमेह (Diabetes), दमा (Asthma), ब्रोंकाइटिस, उच्च रक्तचाप (High B.P.), रक्ताल्पता (Anaemia) आदि 100 से अधिक रोगों में उपयोग चिकित्सक के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक किया जा सकता है ।
- संजीवनी रस न केवल रोगों का कुशलता से इलाज करता है अपितु अनेक रोगों के प्रति मजबूत सुरक्षा भी प्रदान करता है ।
- रोगप्रतिकारक शक्तिवर्धक ।
- क्षुधावर्धक, मल- शुद्धिकारक एवं कफ वायुनाशक है ।
How To Use Sanjivani Ras – उपयोग विधि [Kaise Upyog Kare] – Dosage
- बड़ों के लिए 20 से 30 मि.ली. संजीवनी रस (बच्चों के लिए 10 से 15 मि.ली.) 200 मि.ली. पानी में मिलाकर सुबह खाली पेट अथवा वैद्यकीय सलाहानुसार लें ।
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