यही सच है.... हिंदुओं का जागना, उनका विरोध करना बस उतना ही है जितना एक मोमबत्ती का जलकर बुझना
जो समाज अपने शत्रुओं को पहचानकर उनका बहिष्कार तक नहीं कर पाता उसका क्या ही भविष्य होगा..?
यही सच है.... हिंदुओं का जागना, उनका विरोध करना बस उतना ही है जितना एक मोमबत्ती का जलकर बुझना
