कांग्रेस की सरकारों ने एक-दो नहीं, 10-20 नहीं, बल्कि दर्जनों बार संविधान में संशोधन किया है। उनका आरोप है कि मोदी जी इस बार सरकार में आए तो संविधान बदल देंगे।
विपक्षी दलों की यह आशंका गलत नहीं है, सही है। निश्चित रूप से इस बार मोदी जी की सरकार बनने पर कुछ सड़े हुए कानून बदले जाएंगे। कुछ कानून ऐसे होते हैं जो सामान्य बहुमत से बदल दिए जाते हैं, परंतु कुछ कानून ऐसे होते हैं जिनको बदलने के लिए दो तिहाई बहुमत की जरूरत होती है, लोकसभा में भी और राज्यसभा में भी .... और यदि अलग-अलग दो तिहाई बहुमत न हो पाए तो लोकसभा और राज्यसभा का संयुक्त अधिवेशन बुलाकर उसमें दो तिहाई बहुमत से किसी भी कानून को बदला जा सकता है।
राज्यसभा में एनडीए की जितने सांसद हैं मौजूदा समय में, उसे देखते हुए संयुक्त अधिवेशन में एनडीए को दो तिहाई बहुमत से कानून बदलने के लिए 407 लोकसभा सांसदों की जरूरत पड़ेगी... इसीलिए मोदी जी ने इस बार नारा दिया है... "अबकी बार.. 400 पार.."
और कौन-कौन से कानून लाने हैं, वह सूची नीचे देखी जा सकती है। 👆👆