विश्व स्तर पर, वेटिकन सिटी में हर साल लगभग 90 लाख पर्यटक आते हैं और सऊदी अरब के मक्का में लगभग दो करोड़ पर्यटक आते हैं।
◆ अयोध्या अब देश ही नहीं विश्व भर में आकर्षण का केंद्र बन चुकी है.
◆ अयोध्या में हर साल करीब 5 करोड़ सैलानी रामलला के दर्शन करने आएंगे.
◆ इसका भारत खासकर यूपी पर आर्थिक रूप से बड़ा प्रभाव दिखेगा.
◆ यहां देसी और विदेशी दोनों ही तरह के पर्यटकों का तांता लगा रहेगा.
◆ यूपी सरकार के खजाने में करीब 25 हजार करोड़ रुपये का टैक्स आएगा.
*अयोध्या में विकास कार्यों पर अब तक करीब 83 हजार करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं. इन पैसों से नया एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, टाउनशिप बनाने के साथ सड़कों की कनेक्टिविटी बेहतर की गई है. अब यहां नए होटल बनेंगे व अन्य आर्थिक गतिविधियों में भी इजाफा होगा. यह भारत के टूरिज्म सेक्टर के लिए बूस्टर की तरह काम करेगा.*
■ राम मंदिर के निर्माण में अब तक करीब 22.5 करोड़ डॉलर (1,867.5 करोड़ रुपये) खर्च किए जा चुके हैं.
■ अयोध्या अब वैश्विक धार्मिक स्थल और आध्यात्मिक टूरिस्ट हॉटस्पॉट बन गया है. इससे कई सेक्टर को भी फायदा मिलेगा.
■ होटल, एयरलाइंस, हॉस्पिटैलिटी, एफएमसीजी, ट्रैवल और सीमेंट उद्योगों को राम मंदिर से बड़ा आर्थिक लाभ होता दिख रहा है.
■ अयोध्या में एयरपोर्ट बनाने में अब तक करीब 1,452.5 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं, जो सालाना 10 लाख यात्रियों की क्षमता रखता है. यहां 2025 तक इंटरनेशनल टर्मिनल बनाए जाने की तैयारी है, जिसकी क्षमता सालाना करीब 60 लाख होगी.
■ रेलवे स्टेशन की क्षमता भी बढ़ाकर दोगुनी कर दी गई है. अयोध्या रेलवे स्टेशन पर रोजाना 60 हजार यात्रियों के आने-जाने की क्षमता रखी गई है. इसके अलावा 1,200 एकड़ में ग्रीनफील्ड और रोड कनेक्टिविटी को भी बेहतर बनाने पर काम चल रहा है.
■ भारत का पर्यटन उद्योग 8 फीसदी सालाना ग्रोथ के साथ बढ़ रहा है. वित्तवर्ष 2019 में जहां टूरिज्म सेक्टर ने 194 अरब डॉलर का योगदान दिया था. वहीं, साल 2030 तक यह बढ़कर 443 अरब डॉलर (करीब 36.76 लाख करोड़ रुपये) पहुंच सकता है.
■ भारत की जीडीपी में टूरिज्म सेक्टर की हिस्सेदारी 6.8 फीसदी है, जो ग्लोबल औसत से करीब दोगुना ज्यादा है.
■ फोर्ब्स ने साल 2022 में भारत को 7वां सबसे खूबसूरत देश बताया था. इसके अलावा भारत में 42 यूनेस्को की वर्ल्ड हेरीटेज साइट्स हैं, जो दुनिया में 6वां स्थान रखता है.
■ अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण 225 मिलियन डॉलर की लागत से किया जा रहा है। जिसकी वजह से पर्यटन में काफी उछाल आने की उम्मीद है।
■ अयोध्या में फिलहाल 17 होटल हैं, जिनकी क्षमता 590 रूम्स की है. यहां 73 नए होटल पाइपलाइन में है. इनमें से 40 अंडरकंस्ट्रक्शन है.
कोविड 19 महामारी से पहले, टूरिज्म ने FY19 सकल घरेलू उत्पाद में 19400 करोड़ डॉलर का योगदान दिया था. अब वित्त वर्ष 2033 तक इसके 8 फीसदी सीएजीआर से बढ़कर 44300 करोड़ डॉलर हो जाने की उम्मीद है. वर्तमान में, भारत में टूरिज्म-टु-जीडीपी रेश्यो, सकल घरेलू उत्पाद का 6.8 फीसदी है, जो देश को अधिकांश बड़ी उभरती और विकसित अर्थव्यवस्थाओं से नीचे रखता है, जो हमसे 3-5 फीसदी अधिक हैं.
साभार - रमेश विघानी