आज पूरा देश चंद्रयान-3 के सफल लांचिंग पे गर्व कर रहा है... सभी के टाइमलाइन, स्टेटस, स्टोरी आदि चंद्रयान-3 के फोटोज और वीडियोज से भरे पड़े है। सब कोई अपने अपने तरीके से सेलिब्रेट कर रहे है। देश का हर छोटा से छोटा और बड़े से बड़ा इसकी बधाई देने में लगा हुआ है।
लेकिन इन सब के मध्य कुछ चीजें आपको जाननी चाहिए।
चंद्रयान-3 के बहुत से जटिल उपकरण एचईसी, राँची में बने हुए है। जिनमें मोबाइल लॉन्चिंग पैड और टावर क्रेन, फोल्डिंग कम वर्टिकली रिपोजिशनेबल प्लेटफार्म और होरिजोंटल स्लाइडिंग डोर, 6-एक्सिस सीएनसी डबल कॉलम वर्टिकल टर्निंग एंड बोरिंग मशीन, 3-एक्सिस सीएनसी सिंगल कॉलम वर्टिकल टर्निंग एंड बोरिंग मशीन शामिल है।
अब आप पूछ सकते है कि सरकारी उपक्रम है तो इसमें ये उपकरण बनेंगे ही, इसमें बताने या पोस्ट लिखने जैसा क्या चीज है?
तो पोस्ट लिखने का कारण ये है कि देश के इतने बड़े प्रोजेक्ट के इतने जटिल उपकरण जिस उपक्रम में बन रहे है उस उपक्रम के कर्मचारियों को पिछले 17 महीने से वेतन नहीं मिला हुआ है। समय समय पे कई आंदोलन भी हुए है वेतन को ले के, लेकिन वेतन न मिल पाया और न कोई समाधान हो पाया। इन आर्थिक तंगहाली में भी एचईसी के कर्मचारियों ने चंद्रयान-3 मिशन को सफल बनाने में अपना 100% दिया। वेतन आंदोलन के चलते अन्य प्लांटों का उत्पादन ठप्प भी किया गया लेकिन चंद्रयान-3 प्रोजेक्ट में काम कर रहे कर्मचारियों को कभी भी काम करने से मना नहीं किया गया। उनका कहना था कि हम देशहित से कभी समझौता नहीं कर सकते। चंद्रयान-3 राष्ट्र के गौरव से जुड़ा है इसलिए खाली पेट रह कर भी इस प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करेंगे। चंद्रयान-3 से जुड़े सभी उपकरणों की आपूर्ति एचईसी कामगारों ने दिसंबर 2022 में ही कर दी थी।
और कल जब चंद्रयान-3 का सफल लांच हुआ तो एचईसी के इंजीनियरों और कर्मियों ने गर्व और हर्ष के इस क्षण को सेलिब्रेट किया। उन्होंने वर्कशॉप के बाहर इकट्ठा होकर केक काटा और तालियां बजाईं।
नेशन प्राइड और नेशन बिल्डिंग के नींव के ईंटों की जब ऐसे जर्जर हालात हो तो आगे आप समझ सकते है... इसपे विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
संदेश को इतना आगे भेजो की जिम्मेवारो की आखे खुल जाऐ