पकड़े गए 16 आरोपियों में HUT (हिज्ब-उत्-तहरीर)का प्रमुख सलीम वो है जो ओवैसी के स्वामित्व वाली मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर था जो को ब्रेनवाश करके हिंदू से मुस्लिम बनाया गया और जेहाद के मार्ग पर आगे बढ़ाया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुशार HUT प्रमुख हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया मोहम्मद सलीम और भोपाल से पकड़ा गया जिम ट्रेनर यासिर खान है। सलीम मूल रूप से भोपाल का रहने वाला है जिसका पहले नाम सौरभ राजवैद्य था। 2009 में सौरभ की शादी हुई थी। 2010 में सौरभ ने इस्लाम कबूल किया और 2012 में अपनी पत्नी को भी मुस्लिम बना दिया। सौरभ ने मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से धर्म परिवर्तन का सर्टिफिकेट लेने का प्रयास किया पर उसे सफलता नहीं मिली।
अंततः सौरभ उर्फ़ सलीम हैदराबाद शिफ्ट हुवा जहां उसे AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी के डेक्कन कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज के बायोटेक्निकल डिपार्टमेंट में प्रोफेसर की नौकरी मिल गई। यहाँ नौकरी के दौरान भी वह भड़काऊ तकरीरें देता रहता था। सौरभ उर्फ़ सलीम को विदेश में ट्रेनिंग दी गई। उसने काफी कम समय में अपने संगठन से 100 लोगों को जोड़ लिया था।
सौरभ के अलावा ओडिशा के देवी प्रसाद पांडा ने और हैदराबाद के वेणु कुमार ने इस्लाम कबूल कर के अपने नाम क्रमशः अब्दुल रहमान व मोहम्मद अब्बास रख लिए थे।
सीधा सा संदेश हिंदू समाज को यह है कि द केरला स्टोरी केवल एक फिल्म नहीं है बल्कि यह आपके आसपास हो रहा खतरनाक जिहादी खेल है जिसे आप को समझना होगा और आपका तथा आपके बच्चों का कोई कट्टरपंथी जिहादी ब्रेनवाश ना कर सके इसलिए उनसे दूरी बनानी होगी और स्वधर्म के सानिध्य में आकर उसे समझना होगा, शास्त्रों को पढ़कर अज्ञान को दूर करना होगा, अपनी परंपराओं, रीति रिवाजों को समझकर उनका पालन करना होगा।
आप हिंदू हैं तब तक आपमें मानवता होगी, आप दुनिया के भले के।लिए कुछ सोच सकोगे, बाकी कन्वर्ट होकर आप आतंकी बनेंगे जो कि दुनिया का केवल विनाश ही करेंगे...