कहने को तो ये एक खबर मात्र है की "दूसरे राज्यों से 63 बच्चों को ट्रक में लादकर महाराष्ट्र के मदरसे में भेजा जा रहा था , पकड़े जाने पर ट्रक ड्राइवर फरार हो गया।" आखिर क्यों फरार हुवा ट्रक ड्राइवर? आखिर क्यों ये बच्चे महाराष्ट्र में"मदरसे" में भेजे जा रहे है?
कोल्हापुर, महाराष्ट्र में बुधवार 17 मई 2023 को हिंदू संगठन के सदस्य विजयेंद्र माने ने शंका के आधार पर एक ट्रक को रुकवाकर ट्रक चालक से पूछताछ की तो ट्रक चालक फरार हो गया
विजयेंद्र माने ने कहा, “मैंने ट्रक को आज सुबह रुइकर कॉलोनी में देखा, क्योंकि यह महाराजा होटल नाम के एक होटल के सामने खड़ा था। मैंने बच्चों से पूछा कि वे कौन हैं, वे यहाँ क्यों आए हैं। लेकिन उनके पास कोई ठोस जवाब नहीं था। बाद में पता चला कि उन्हें कोल्हापुर के अजरा के एक मदरसे में ले जाया जा रहा था। उनके पास कोई पहचान पत्र भी नहीं है।”
विजयेंद्र माने ने पुलिस और हिंदू संगठनों के अन्य सदस्यों को मौके पर बुलाया। हिंदू संगठन के लोगों ने इस मामले में पुलिस से कड़ी कार्रवाई की माँग की। पुलिस ने बच्चों को हिरासत में लिया और कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उन्हें सौंपे गए ट्रेन टिकटों की जाँच की। पूछताछ के दौरान नाबालिग लड़कों ने खुलासा किया कि उनमें से कुछ बिहार से, कुछ उत्तर प्रदेश से और कुछ पश्चिम बंगाल से हैं। इन बच्चों के पास कोई पहचान पत्र भी नहीं तो हो सकता है ये बच्चे बांग्लादेश या पाकिस्तान से भारत में घुसाए गए हों।
इस घटना को लेकर कई सवाल उठते हैं। ये बच्चे कौन हैं, कोल्हापुर क्यों आए थे, ट्रक में क्यों ले जाया जा रहा था आदि। थोड़ा दिमाग पर जोर डालेंगे तो और भी कई सवाल उठेंगे की आखिर क्या होने वाला है? क्या षड्यंत्र रचा जा रहा है?
इस मामले की गंभीरता से जांच आवश्यक है , हो सकता है ये राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला हो। अब हो सकता है पुलिस को यही पता चले की बच्चे तालीम के लिए कोल्हापुर लाए गए, लेकिन जिन परिस्थियों में लाए गए, जैसे लाए गए और ड्राइवर का फरार होना बड़े षड्यंत्र को तरफ इशारा करता है।
कानून कुछ करे या नहीं, लेकिन जनता को सावधान रहना होगा, उन्हें अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना होगा।