एक X मुस्लिम बिल्कुल साफ सम्बंधित में इस्लाम से संबंधित जानकारियां प्रस्तुत कर रहा है, फिर भी यदि कोई हिंदू अपने आप को अधिक समझदार समझते हुए सेक्युलरिज्म और भाईचारे के नशे में है तो गलती मुसलमानों की नहीं... वो तो वही कर रहे है जो उन्हें करना है...जो उनकी किताब उन्हें बता रही है
सच्चाई को स्वीकार ना करना बड़ा पाप है जिसका फल मिलना बिल्कुल सुनिश्चित ही है.. और हिंदू यही पाप कर रहे है.. वो जेहादी मानसिकता को समझ कर भी ना समझने का ढोंग कर रहे है

