गुजरात के बनासकांठा जिले के बडगाम का निवासी जिग्नेश चौधरी भारतीय सेना में थे और कश्मीर में तैनात थे ,वह ट्रेन से अपने घर से ड्यूटी पर कश्मीर जाने के लिए निकले, कोच अटेंडेंट जुबेर मेनन ने उनको यूनिफॉर्म में देखा होगा कि यह भारतीय सेना में है या चार्ट से उसको पता चल गया होगा क्योंकि सेना के कोटे की बर्थ पर लिखा रहता है तो क्योंकि कोच अटेंडेंट अहमदाबाद का रहने वाला जुबेर मेमन था और उसके मन में भारतीय सेना के प्रति घोर नफरत भरी थी । फिर विवाद का बहाना बनाकर उसने सेना के जवान जिगेश चौधरी के सीने में चाकू घोंप दिया
ट्रेन में ही भारतीय सेना के जवान जिगेस चौधरी की तड़प तड़प कर मौत हो गई क्योंकि ट्रेन ऐसे रूट पर थी कि जहां कोई नजदीक में हॉस्पिटल भी नहीं था और ट्रेन में कोई डॉक्टर भी नहीं था इसीलिए ज्यादा ब्लड निकल लाने से उनकी मौत हो गई , अब आप यह सोचिए कि उनके मन में भारतीय सेना के प्रति कितना जहर और नफरत भरा है मगर मोदी और भागवत तो इन्ही के लिए तड़पते हैं

