देवी के 9 स्वरूप हम सबके घर में हैं, एक नारी ही जन्म से अपने जीवन के त्याग तक 9 देवियों का रूप लेकर जीवन जीती है... ऐसे में जरूरी है कि हमारी नारी शक्ति जागरूक हो और वो खुद अपने आप को पहचानते हुए सृजन का काम करे ... ना कि झूठे महिला सशक्तिकरण के जाल में फंसकर खुदको और समाज को बर्बाद करे .जो आजकल हो रहा है
सबसे बड़े दुख का कारण तो यह है कि इतनी बड़ी शक्ति को अपने अंदर समाहित किए हुए भी हमारी नारियां दो टके के जेहादियों के जाल में फंसकर बर्बाद हो रही है और इसका कारण भी है कि उनमें धर्म ज्ञान तथा संस्कार का अभाव है जिस कारण वह अपने आप को ही नहीं पहचान पाती
जय श्री राम
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