कांग्रेस आई टी सैल के अनुसार दाँयी ओर सफेद दाढ़ी में हैं नकली वैज्ञानिक नम्बी नारायण। राहुल गांधी और उनके आई टी सैल के अनुसार ये नकली इसलिए था क्योंकि इसे 'मैगसेसे अवार्ड' नहीं मिला था।
कांग्रेसियों का कहना है कि असली वैज्ञानिक वही है जिसे मैगसेसे पुरुस्कार सहित अमेरिकी फंडिंग मिले और अगर अमेरिकी औरत से शादी कर ले तो फिर तो उन्हें उस विदेशी औरत में सोनिया जी और उस वैज्ञानिक पति में राजीव गांधी के दिव्य दर्शन होने लगते हैं।
चूँकि नंबी तो विश्व के टॉप क्रायोजेनिक स्पेशलिस्ट और इसरो के मामूली वैज्ञानिक थे जबकि सोनम वांग चुक हैं पूर्व कांग्रेसी नेता के वी आई पी बेटे और आइस स्तूप जैसी महान युगांतरकारी सिद्धांत के खोजकर्ता, तो जाहिर है महान वैज्ञानिक तो वांग्चुक जी ही ठहरेंगे।
चूँकि फर्जी वैज्ञानिक नम्बी नारायण भारत को स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन देने की 'मूर्खता' कर रहे थे इसीलिये कांग्रेस की मालकिन सोनिया के इशारे पर उनके प्यादे केरल के मुख्यमंत्री करुणाकरण ने नम्बी नारायण नामक इस नकली 'इसरो वैज्ञानिक' को जेल में डाला।
अगर नम्बी भी 'आइस स्तूप' और 'गर्म टेंट' जैसे महान जुगाडू अविष्कार करते तो शायद उन्हें महान वैज्ञानिक माना भी जा सकता था लेकिन वह क्या बेवकूफी भरी चीज बना रहे थे? --स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन।
थे न फर्जी वैज्ञानिक?
इसलिए बकौल आई टी सैल ऑफ़ कांग्रेस फिलहाल तो भारत में आइंस्टीन के स्तर पर एक ही वैज्ञानिक है और वह है --
---------- सोनम वांगचुक---------
✍️ देवेन्द्र सिकरवार