बाबा ने भरसक प्रयास कर लिया मगर #मोहम्मद से ना 'वंदेमातरम' बुलवा पाए ना ही 'भारत माता की जय'... ये होते है पक्के मजहबी जिनके लिए देश और देश का संविधान कोई मायने नहीं रखता...बाबासाहेब ने ऐसे ही थोड़ी कहा था को मुसलमान कभी राष्ट्रभक्त नहीं हो सकता
इस मानसिकता को इतना सब देख, सुनकर भी कोई नहीं समझ सकता तो वो महामूर्ख से ज्यादा कुछ नहीं है। हिंदुओं को इस मानसिकता को समझना भी चाहिए और इससे सतर्क भी रहना चाहिए