सोशल मीडिया से लेकर मैंन स्ट्रीम मीडिया तक एक खबर चलाई जा रही है कि मथुरा के लोगों ने प्रेमानंद जी महाराज का विरोध किया और डीएम से शिकायत की । लेकिन क्या यह पूरी तरह सच है ? आखिर इस प्रकार का स्टेटमेंट क्यों दिखाया जा रहा है जिससे एक महान संत प्रेमानंद जी महाराज की छवि को बिगाड़ा जा सके..? क्या प्रेमानंद जी गलत है या विरोध करने वाले..?
विरोध का कारण वास्तव में प्रेमानंद जी है ही नहीं, विरोध का कारण है भक्ति के नाम पर दूसरों की परेशानियों को नजरअंदाज कर दिखावा करने वाले लोग। भक्ति ऐसी होनी चाहिए कि उससे किसी भी दूसरे व्यक्ति को परेशानी ना हो जैसे खुद प्रेमानंद जी महाराज और उनकी परम भक्ति। प्रेमानंद जी महाराज जब रात्रि में चलते हैं तो उनके कथित भक्तों द्वारा ढोल नगाड़े, रंगोली, पटाखे आदि नियमित रूप से किया जाता है जिससे वहां रहने वाले रहवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है और यही है विरोध का कारण।
जब महाराज के दर्शन करने हैं तो क्या आवश्यकता है इतने हो हल्ले की, इतनी दिखावा बाजी की? गलती ना प्रेमानंद जी महाराज की है और ना ही विरोध करने वालों की यहां गलती है दिखावा करने वाले उन कथित भक्तों की.. जिनके दिखाए ने आज प्रेमानंद जी महाराज की छवि को भी बिगाड़ दिया। भक्ति दिखाने की नहीं धारण करने की अवस्था होती है लेकिन दुर्भाग्य की आजकल दिखावा ज्यादा होने लगा