अवश्यमेव भोक्तव्यं कृतं कर्म शुभाशुभम्।
ना भुक्तं क्षीयते कर्म कल्पकोटि शतैरपि।।
अर्थ: हर व्यक्ति को अपने अच्छे या बुरे कर्मों का फल अवश्य भोगना पड़ता है। बिना भोगे कर्म कभी नष्ट नहीं होता, चाहे करोड़ों कल्प बीत जाएं।
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Har har Mahadev 💐💐
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