इन दो तस्वीरों को देखिए इससे आपको अंतर साफ पता चल जाएगा। एक तस्वीर है ओवैसी के बेटे की जो एक बहुत महंगी कार में बैठकर अपना स्टेटस दिखा रहा है। दूसरी तस्वीर है उस लड़के की जिसे धर्म के नाम पर पत्थर मारने के लिए आगे किया गया है जो एक गरीब मुसलमान का बच्चा है जिसके कंधे पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी है। अगर पत्थर फेंकते हुए बलिदान होना सही है तो मुस्लिम ठेकेदारों के बच्चे पत्थर क्यों नहीं फेंकते
ओवैसी का बच्चा बड़े स्कूल में पड़ता है उसे धर्म से कोई मतलब नहीं है क्योंकि उसे पता है की धर्म के नाम पर गरीब मुसलमान के बच्चे एक दिन उसको भी अपना नेता चुनेंगे और वह नेता बनकर राज करेगा। लेकिन गरीब मुसलमान के बच्चे को धर्म बचाने के लिए पत्थर मारने के लिए आगे कर दिया जाता है और उसी में उसकी जान चली जाती है।
फैसला आपको करना है उन गरीब मुसलमान के बच्चों को करना है कि उन्हें क्या करना है