जिस मस्जिद पर हिंदू पक्ष ने मंदिर होने का दावा किया, कोर्ट ने सर्वे का आदेश दिया और सर्वे के लिए आई टीम पर जेहादियों ने पत्थरबाजी की इस मस्जिद का सच अब दुनिया के सामने आना चाहिए .... तो आइए जानते हैं सम्भल की जामा मस्जिद का सच
1.संभल की जामा मस्जिद हिंदू मंदिर श्रीहरिहर को तोड़कर बनाया गया है ऐसा दावा कोर्ट में दायर याचिका में किया गया है
2.1529 में बाबर ने श्रीहरिहर मंदिर को तुड़वाकर जामा मस्जिद बनाई थी
3.95 पेज की याचिका में दो किताब और एक रिपोर्ट को आधार बनाया गया है
4.इसमें दो किताब बाबरनामा और आइन-ए-अकबरी है जब्कि 150 साल पुरानी ASI की रिपोर्ट का भी हवाला दिया गया है
5.बाबरनामा में खुद बाबर ने मंदिर तोड़ने का जिक्र पेज नंबर 687 पर किया गया है
6.आइन-ए-अकबरी के पेज नंबर 281 पर संभल में विष्णु मंदिर हरि मंडल का जिक्र किया गया है.
7.अंग्रजों के शासनकाल में बनी ASI की रिपोर्ट में तत्कालीन महानिदेशक मेजर जनरल अलेक्जेंडर कनिंघम की देखरेख में एक रिपोर्ट बनाई गई. इसमें पेज 24-27 तक संभल के बारे में लिखा गया है कि 1527-28 में बाबर के सेनापति हिरदू बेग ने श्री हरिहर मंदिर को आंशिक रूप से ध्वस्त कर दिया था.मुसलमानों नें मंदिर की इमारत पर कब्जा कर लिया और उसे मस्जिद के रूप में इस्तेमाल किया
8.काशी-मथुरा का मामला लड़ने वाले हरिशंकर जैन समेत आठ लोगों इस मामले में पार्टी हैं जिनमें हरिशंकर जैन और पार्थ यादव वकील हैं. ऋषिराजगिरी कैला देवी मंदिर के महंत हैं. राकेश कुमार, जीतपाल यादव, मदनपाल, वेदपाल सिंह सामाजिक कार्यकर्ता हैं जब्कि दीनानाथ महंत हैं.