हिंदुओं के धर्मांतरण☝️🙄के लिए ईसाई मिशनरियों✝️ का हथियार हैं नक्सली। भारत के वनवासी समाज हमेशा से सनातन धर्म का हिस्सा रहे हैं। लेकिन ईसाई मिशनरियों के आने के बाद से वनवासियों को उनकी संस्कृति से अलग करने का षड्यंत्र शुरू हो गया। कहा गया कि आदिवासी हिंदू नहीं होते। पहले उनकी अलग पहचान को स्थापित किया गया। फिर कब वो ईसाई बनाए जाने लगे पता ही नहीं चला। अब वो नाममात्र के वनवासी रह गए हैं।
ईसाई मिशनरियों ने वनवासी समाजों में ही नक्सलवाद को पैदा किया, ताकि वो कभी भी मुख्यधारा का हिस्सा न बनने पाएँ। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और अफ़्रीका जैसी जगहों पर वहाँ के पारंपरिक वनवासी समाजों और संस्कृतियों का सफ़ाया कर चुकी ईसाई मिशनरियों का ये खेल बहुत पुराना है। अब देश को इस और ध्यान देना होगा और इस पूरे मिशनरी नेक्सस को ध्वस्त करना होगा