पहले ये वीडियो देखिए फिर संदेश को पढ़िए, हो सकता है आपको कुछ समझ में आ ही जाए
भगवद् गीता 3.21 :
यद्यदाचरति श्रेष्ठस्तत्तदेवेतरो जनः।
स यत्प्रमाणं कुरुते लोकस्तदनुवर्तते।।
अर्थात् :
समाज के आदर्श जैसा आचरण करते है सामान्य जन उसी आचरण का अनुसरण करते हैं।
इसीलिए आपको यदि किसी समाज की हालत देखनी हो तो देखिए कि उस समाज में सबसे अधिक कौन प्रख्यात है। किसको लोग सबसे अधिक देखते सुनते और ध्यान देते है।
आप सोशल मीडिया पे ही देख पाओगे की कैसे ज्ञान देने वालों, सही मार्ग दिखाने वालों और लोगों का भला करने वालों से कई गुण अधिक नाच गाने करने वालों और मनोरंजन करने वालों को लोग देखते हैं।
यह दिखाता है कि हमारा समाज किस ओर जा रहा है।
जिस दिन सोशल मीडिया पे संतों भक्तों, वीर बहादुरों और समाज सेवकों को लोग अधिक देखते हुए मिलेंगे तब से समाज में बदलाव आ रहा है यह आप निश्चित रूप से कह पाओगे।
और यदि आप स्वयं भी अभी मनोरंजकों को अपने जीवन का आदर्श मानते हो या फिर इनको जीवन का अमूल्य समय देते हो तो सबसे पहले उन्हें unfollow करके अपनी चेतना शुद्धि की शुरुआत कीजिए।
हर हर महादेव 🙏🏻
आपके आदर्श कौन है?
हमे बताएं