मामला बलरामपुर जिले के थानाक्षेत्र पचपेड़वा का है। यहाँ की रहने वाली पुष्पा देवी ने 26 नवंबर 2023 को पुलिस में FIR दर्ज करवाई। इस FIR में उन्होंने बताया कि 1 माह पहले जब वो गर्भवती थीं तब डिलीवरी के लिए पचपेड़वा स्थित बलरामपुर मिशन अस्पताल गई थीं। यहाँ पुष्पा की मुलाक़ात डॉ अकरम जमाल से हुई। अकरम जमाल ने पड़ोसी जिले सिद्धार्थनगर के बढ़नी इलाके में रूबी नर्सिंग होम चलाने वाले डॉ हफीजुर्रहमान को बुला कर पीड़िता का बच्चा ऑपरेशन से पैदा करवाया। अस्पताल में पीड़िता लगभग 1 हफ्ते रही।
पीड़िता का आरोप है कि अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान आरोपितों ने उनके बच्चे को किसी के हाथों बेच दिया था। पुष्पा के अनुसार जब उन्होंने अपना बच्चा माँगा तो वो लोग टाल मटोल करने लगे। ज्यादा पूछताछ की तो दोनों डॉक्टरों ने पुष्पा से बताया कि उनका नवजात बच्चा 24 घंटे में मर गया था जिसको दफना दिया गया है। पुष्पा ने इस मामले की शिकायत पुलिस में की। जिसके बाद पुलिस ने IPC की धारा 311 के तहत केस को दर्ज करके डॉ हफीजुर्रहमान और अकरम जमाल को गिरफ्तार कर लिया। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जाँच के दौरान बच्चा बढ़नी के वार्ड नंबर 2 सभासद निसार के पास बरामद हुआ। बच्चे को उसकी माँ को सुपुर्द कर दिया गया है। मामले में अपना नाम सामने आते ही बच्चा खरीदने वाला निसार फरार हो कर नेपाल चला गया। पुलिस का दावा है कि जल्द ही उसको गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आरोपित के रिश्तेदार नेपाल के कृष्णानगर इलाके में रहते हैं।
निसार लोगों को बैंकों का लोन आदि दिलाने का काम करता है। पुलिस ने पूछताछ के लिए एक बैंक अधिकारी को भी बुलवाया है। वहीं मामला संज्ञान में आते ही स्वास्थ्य विभाग ने डॉ अकरम जमाल के अस्पताल की जाँच की। जाँच में बलरामपुर मिशन अस्पताल अवैध तौर पर चलता पाया गया। बुधवार (29 नवंबर 2023) को प्रशासन ने अस्पताल को सील कर दिया है।