⚜️ स्वयं पढ़े और बच्चों को भी अवश्य पढ़ाएं
🔰 एक ओर जहाँ ईसा मसीह को केवल चार कीलों से ठोका गया है वहीँ भीष्म पितामह को धनुर्धर अर्जुन ने सैकड़ों बाणों से
♦️4 कीलों से ठोकें जाने के तीसरे दिन ईसा कीलें निकलने से होश में आये वहीं पितामह 49 दिनों तक लगातार बाणों के बिस्तर में पूरे होश में रहे और जीवन, अध्यात्म का अमूल्य प्रवचन, ज्ञान भी दिया और अपनी इच्छा से अपने शरीर त्याग दिया।
♦️सोचें कि पितामह भीष्म की तरह अनगिनत त्यागी महापुरुष हमारे भारत वर्ष में हुए।
♦️किन्तु धनुर्धर अर्जुन के सैकड़ों बाणों से छलनी किए पितामह भीष्म को जब हमने भगवान् नहीं माना तो चार कीलों से ठोकें जाने पर ईसा को God क्यों माने.. ??
🧐ई सा का भारत से क्या संबंध है.. ??
👉 25 December को हिन्दू क्यों मनायें.. ??
👉 हिन्दू क्यों बने सेन्टा क्लाज.. ??
👉 हिन्दू क्यों लगायें क्रिसमस ट्री.. ??
✊ कदापि नहीं इस पाखण्ड में नहीं फसाना है न फ़सने देना है किसी को भी। हमारे पास हमारे पूर्वजों की विरासत में मिली विज्ञानपूर्ण सनातन संस्कृति है जो हमारे जीवन को महिमामय गौरवपूर्ण बना सकती है।
अपने बच्चों को इस कुचक्र से बचाओ !!
🍃 25 दिसंबर को तुलसी पूजन करें
👉 एक और खास बात क्रिसमस के नाम पर आप अपने धर्म को ही नहीं देश को भी बर्बाद कर रहे हो.. क्यों कि ऐसी पाखंड की आड़ में चाइना🐉 भारत से लगभग 900 करोड़ कमा लेता है और फिर उसी पैसे से हमारी सेना, हमारे देश पर हमला करता है।
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