🪔 दीपावली का पावन पर्व कितना महत्वपूर्ण है इसे कैसे मनाना चाहिए और क्यों मनाया जाना चाहिए यह सब बातें तो हम बहुत अच्छे से जानते हैं और समझ चुके।
👉लेकिन हमें थोड़े से महत्वपूर्ण बदलाव की आवश्यकता है ताकि हम अपने त्योहारों को अपने परंपराओं और रीति-रिवाजों को हर्षोल्लास के साथ बिना किसी रोक टोक लंबे समय तक मना सकें।
🤷🏻♂️ हमारे देश की वर्तमान स्थिति से हम सभी भलीभांति परिचित हैं हम जानते हैं कि हमारे त्योहार हमारी परंपराओं हमारी रीति रिवाजों पर अधर्मी राक्षसों का काला साया पड़ा हुआ है। वह नहीं चाहते कि हम हमारे धर्म का पालन स्वतंत्र रूप से कर सके इसलिए आए दिन वह हमारे धार्मिक आयोजनों में हमारी रैलियों हमारी झांकियों में विघ्न उत्पन्न करते रहते हैं।
👉 इसलिए अब यह अत्यंत महत्वपूर्ण बन चुका है कि हम गंभीरता से विचार करें कि आखिर कैसे हम हमारे धर्म का पालन स्वतंत्रता से कर सकते हैं और कैसे हमारे धार्मिक रीति-रिवाजों परंपराओं को मना सकते हैं और आगे हमारी आने वाली पीढ़ियों को संभल आ सकते हैं।
✊ हमारे लिए अब यह अत्यंत अनिवार्य बन चुका है कि हम धर्म द्रोही हो और राष्ट्र द्रोहियों को पहचाने तथा उनकी पहचान को उजागर करें ताकि हमारा समाज भी उन्हें पहचाने और उनके कुचक्रों को समझे तथा उनसे कैसे बचा जा सके उसपर विचार करें।
हमें हमारे इतिहास को याद करना होगा, जब हमारे पूर्वजों ने धर्म रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया और धर्म द्रोहियों का जोरदार प्रतिकार भी किया
हमें भी अपने चारों तरफ उपस्थित अलग अलग शत्रुओं को पहचानना होगा (वाली, जेहादी, मिशनरी, जातिवाद का जहर घोलने वाले नेता) और संगठित होकर उनके विरुद्ध खड़ा होना होगा।
हमें धर्म द्रोहियों का हर संभव प्रकार से बहिष्कार करना होगा और उनके प्रतिकार हेतु सज्ज होना होगा
त्योंहारों को मनाओ और संकल्प लो धर्म रक्षा का, जेहादियों, मिशनरियों एवम अन्य धर्म द्रोहियों के पर। बहिष्कार का।
जय सत्य सनातन🚩