छोटी छोटी बातों पर हिंदुओं से झगड़ा करना, उन्हें मार देना, हिंदी बहन बेटियों के साथ लव जेहाद करना, उन्हें मारना, उन्हें बेचना ,धर्मांतरण करना ऐसी अनेकों खबरें लगातार आती हैं फिर भी यदि कोई इन हैवानों को अमन पसंद या शांतिप्रिय समझना चाहे तो वो उनको इच्छा है लेकिन सच तो यही हैं की आप गलती कर रहे हैं।
बिहार अररिया के रहने वाले हिंदू युवक राजकुमार को मुस्लिम हैवानों मेराज और अशफाक ने चाकू से गोदकर मौत के घाट उतार दिया और करना " राजकुमार ने मुस्लिम लड़की के साथ एक रील बनाई थी" वो लड़की असफाक की भाभी है। जानकारी के अनुशार असफाक को राजकुमार और इसकी भाभी के बीच संबंध होने का शक था। ध्यान दीजिएगा शक दोनों पर था लेकिन हत्या केवल हिंदू लड़के को करी है। वैसे ये खुदको कानून का सम्मान करने वाला भी बताते हैं लेकिन कानून के पास जाते नहीं खुद ही जिसे मारने का मन करता है इसे मार देते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामला उत्तरी दिल्ली के जखीरा इलाके का है। 3 जुलाई को पुलिस के इंदरलोक इलाके में एक युवक का शव मिला था। इस शव को एक पार्क के पास झाड़ियों में छिपाया गया था। मृतक के पास से कोई दस्तावेज नहीं मिला था। पुलिस ने शव को कब्ज़े में लेकर जाँच शुरू की। कई CCTV फुटेज खँगालने के बाद मृतक की पहचान बिहार के अररिया जिले के राजकुमार के तौर पर हुई।
पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर जाँच शुरू की। जाँच के दौरान मुखबिर ने अशफाक और मेराज नाम के 2 व्यक्तियों को मामले में संदिग्ध बताया। पुलिस को मिले अन्य सुराग भी इन्ही दोनों की तरफ इशारा कर रहे थे। जब पुलिस ने अशफाक और मेराज को हिरासत में ले कर पूछताछ की तो दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। अशफाक ने बताया कि उसे राजकुमार के साथ अपनी भाभी से अवैध संबंधों का शक था।
27 जून को राजकुमार और अशफाक की भाभी ने एक साथ रील बनाई थी। अशफाक के मुताबिक इस रील के कारण उसकी काफी बेइज्जती हुई। इसके बाद उसने राजकुमार की हत्या का प्लान बनाया। उसकी योजना 30 जून को ही हत्या करने की थी। लेकिन उस दिन शांति भंग के आरोप में वह गिरफ्तार हो गया। छूटने के बाद उसने मेराज के साथ मिलकर 2 जुलाई को राजकुमार को मिलने के लिए शहजादा बाग़ में बुलाया। यहीं दोनों ने चाकुओं से गोद कर राजकुमार की हत्या कर दी। उसकी लाश झाड़ियों में छिपाकर फरार हो गए। आरोपितों ने पुलिस को बताया कि राजकुमार अपने गाँव नहीं जाता था, इसलिए उन्हें लगा कि कोई उसकी तलाश नहीं करेगा।