ये थी आपातकाल की क्रूरता: कैंडल से 100 बार जलाया, नाभि में कीड़े बांधे, गर्भवती को जंजीरों से जकड़ा प्रसव के दौरान भी पैरों को नहीं खोला.
विस्तृत वीडियो👇 दत्तात्रेय होसबोले जी ने बताई कांग्रेसी आपातकाल की दर्दनाक कहानी.. जिसे चाहें तो भी छुपा नहीं सकते
लोकतंत्र का गला घोंटने वाले, मानवता और मानवाधिकार की हत्या करने वाली बेशर्मी से आज लोकतंत्र और मानवाधिकार की बातें करते हैं और मूर्ख लोग इनकी बातों में आकर इनकी चाटुकारिता करते हैं
ऐसे दुष्टों को पुनः सत्ता ना मिले ये सुनिश्चित करना हर देशवासी का परम कर्तव्य है...