शशि थरूर समेत हर व्यक्ति को पता है कि विदेश में जाकर अपने देश की बेइज्जती नहीं की जाती है लेकिन यह आदमी पिछले 9 वर्षों में मोदी विरोध मे अंधा हो चुका है
इससे अभी भी यह बर्दाश्त नहीं हो रहा है कि मोदी जी को देश की जनता ने क्यों चुना है, और हो सकता है मन ही मन में तो जनता को भी गाली निकाल रहा होगा
उसी जनता से उम्मीद करता है कि इस को वोट दें
राजनीति में पार्टियों का विरोध होता है जिसको जनता पसंद करती है वह चुनाव जीत जाता है जिसको जनता पसंद नहीं करती वह चुनाव हार जाता है
भारतीय जनता पार्टी भी बहुत लंबे समय तक विपक्ष में थी लेकिन उन्होंने कभी भी बाहर जाकर अपने देश की बेज्जती नहीं की। अब बहुत सारे कांग्रेसी कहेंगे कि मोदी जी ने भी यह कहा था वह कहा था
अरे कांग्रेस वालों मोदी जी ने सीधा इसकी तरह नाम नहीं लिया था इशारों इशारों में बात की थी जिसका कोई कुछ मतलब निकलता है और आप अपने हिसाब से चीजें तय करते हो।
पता नहीं मोदी से यह नफरत की आग इनके दिल से कब बुझेगी
विरोध करना है तो भारत में करो , मोदी को गाली निकालने के लिए क्या विदेश ही मिलता है। मोदी को देश की जनता ने चुना है मोदी कोई तानाशाह हिटलर नहीं है ना ही कोई इमरजेंसी लगाकर गद्दी पर बैठा है