👇👇 शरद पवार"मुसलमानों को हिन्दुओं के गुस्से से बचाने के लिए मैंने जानबूझकर लोगों को गुमराह किया!"
हालांकि उन्होंने उन धमाकों में 300 से अधिक निर्दोष हिंदुओं को मार डाला था! "फिर भी मुस्लिम क्षेत्र में एक नकली विस्फोट" जोड़कर
धमाकों की सही संख्या 11 बताने के बजाय मैंने सबको 12 (मुस्लिम इलाके में एक फर्जी धमाका) बताया
"मैं सांप्रदायिक सद्भावना चाहता था ताकि हिंदुओं को लगे कि मुंबई के केवल हिंदू ही नहीं मुसलमान भी मारे गए हैं" ये कांग्रेस के पूर्व नेता और मौजूदा NCP अध्यक्ष शरद पवार की स्वीकारोक्ति।।
कोई इतना जहरीला भी हो सकता है, आप कल्पना भी नहीं कर सकते! अपने पापों की शारीरिक सजा तो भुगत ही रहा है, और पता नहीं अंत समय आने तक और कितने पापों की स्वीकारोक्ति बाकी है, यह तो वक्त ही बताएगा।