अभी हाल ही में अमेरिका ने गूगल का एक नया रिप्लेसमेंट खोज निकाला है नाम है Chat GPT . इसके प्रमोशन के सिलसिले में इस कम्पनी के सीईओ सैम आल्टमैन की एक मीटिंग भारत के बड़े उद्योगपतियों से हुई। अहंकार में डूबे सैम आल्टमैन ने कहा कि भारत के वश की बात नहीं है कि वो इस तरह के साफ्टवेयर को बना सके। इस मीटिंग में टाटा, रिलायन्स, बिड़ला, अम्बानी, महिंद्रा सहित अनेकों प्रख्यात कम्पनियों के सीईओ बैठे हुए थे। स्प्ष्ट तौर पर ये भारतीयों का बड़ा अपमान था। सभी भारतीय उद्योगपतियों के चेहरे क्रोध से तमतमा गये। महिंद्रा, टाटा सहित अनेकों भारतीय कम्पनियों ने तुरन्त सैम आल्टमैन को ट्विटर पर मैसेज किया Challenge Accepted.
शायद सैम आल्टमैन को भारतीयों की क्षमता का अंदाज़ा नहीं है, अन्यथा वो भारतीयों को चैलेंज देने की गलती नहीं करते, भारत आने से पहले उन्हें पहले भारतीयों का पूर्व इतिहास पता कर लेना चाहिए था। जब सबसे पहला सुपर कम्प्यूटर अमेरिका ने बनाया तो खगोलीय गणनाओं के लिए भारत ने अमेरिका से इसे खरीदने की इच्छा जाहिर की। पर अमेरिका ने सुपर कम्प्यूटर भारत को देने से मना कर दिया। स्वाभिमानी भारत ने अमेरिका के इनकार के बाद परम नाम का अपना खुद का सुपर कम्प्यूटर बनाया जिसके मुकाबले अमेरिका का कोई भी सुपर कम्प्यूटर नहीं है।
आज से 45 वर्ष पूर्व भारत ने अमेरिका से राकेट प्रक्षेपण हेतु क्रायोजेनिक तकनीक देने की मांग की तो अमेरिका ने न केवल भारत को मना किया वरन रूस को भी इसे भारत को देने से मना कर दिया। इस इनकार ने भारतीयों की जिद को और बढ़ा दिया। बगैर अमेरिका और रूस की मदद के भारत ने 10 वर्ष के भीतर ही स्वयं क्रायोजेनिक तकनीक विकसित कर राकेट का प्रक्षेपण किया और अमेरिका देखता रह गया।
कारगिल युद्ध मे दुश्मनों के ठिकानों की जानकारी हेतु भारत ने अल्पकाल के लिए अमेरिका से जीपीएस सिस्टम की मांग की जिसे भी अमेरिका ने बेदर्दी से ठुकरा दिया था, अब भारत ने अपना स्वयं का जीपीएस सिस्टम नाविक विकसित किया है और इसकी सटीकता अमेरिकी जीपीएस से कहीं ज्यादा है और यह काफी सस्ता भी है जिससे आने वाले समय मे अमेरिकी जीपीएस की छुट्टी होने वाली है।।भारी भरकम बजट के बावजूद अमेरिका 4 बार मंगल ग्रह पर पहुंचने में असफल रहा, वहीं भारत अपने प्रथम प्रयास में ही मंगल ग्रह पर पहुंच गया था और भी मात्र एक रेस्टोरेंट खोलने जैसीकम कीमत पर।
फिलहाल आल्टमैन की शर्त को भारतीयों ने मंजूर कर लिया है और ये आल्ट मैन महोदय भविष्य में भारतीयों को चुनौती देने से पहले सौ बार सोचेंगे।