मीडिया के दलाल भी किस तरह के होते हैं ये भी देखने को मिला।
जब गुजरात के रिजल्ट थे तो एक दिन पहले दिल्ली नगर निगम के रिजल्ट भी थे।दलाल यही कहते पाए गए थे कि गुजरात जीता तो क्या, दिल्ली तो नही जीता ना?
जबकि इसके उलट आज क्या कर रहे थे?
सिर्फ कर्नाटक किये जा रहे थे। UP नगर निगम को ऐसा दिखा रहे थे कि क्या हुआ जो जीत गए? निगम कोई बड़ी बात थोड़े है? जैसे UP नगर निगम में वोट देने वाले मंगल ग्रह से आते होंगे??
जबकि UP कर्नाटक से 3 गुना बड़ा स्टेट है। 80 लोकसभा वहीं से होकर गुजरती हैं। वहां अगर वोटर निकाय चुनाव में भी भाजपा को जीता रहा है तो मतलब 80 में से 75 सीट आज भी कन्फर्म हैं।
कर्नाटक में भी पिछली बार 28 मे से 25 सीट जीती थी विधानसभा में सरकार न बनाने के बावजूद।
यहां तक कि राजस्थान मध्यप्रदेश जैसे राज्य हारने पर भी लोकसभा में सूपड़ा साफ किया था कंन्ग्रेस का।
लेकिन दलाल इसपर बात नही करेंगे क्योंकि उनका पूरा फोकस रहता है कि कैसे माहौल बनाया जाए कि एक राज्य में हारने के बाद दिखा सकें कि मोदी लहर खत्म हो गयी है। अब तो 2024 भी भाजपा हार जाएगी।
बस यही दिमाग मे भरने का काम ये दलाल करते रहते हैं 2014 से ही।