आज देश की बेटी उड़न परी पीटी उषा जी धरना जीवियों से मिलने जंतर मंतर पर गयी। वहाँ उनके साथ जातिवादियों द्वारा काफी अभद्रता की गयी। धरना की आड़ में जातीय गुंडों की गिरोह ने आज देश की बेटी, आदिवासी और दलित समुदाय से आने वाली, भारत की गौरव स्वर्ण पदक विजेता पीटी उषा के ऊपर जानलेवा हमला किया अभद्रता की।
आदिवासी और दलित समुदाय की बेटी के साथ गुंडागर्दी करने वालों को सबक सीखाने की क्षमता क्या देश की सरकार में नहीं है? मतलब पीटी उषा जी देश की बेटी नही है क्या?
इन सो कॉल्ड धरना जीवी पीलवानो के दिमाग ज्यादा खराब हो चुके है। इनकी क्या औकात है पीटी उषा जी के आगे ये लोग खिलाड़ी नहीं हो सकते। इन लोगों ने मर्यादा की सारी सीमाएं पार कर दी हैं।
पहलवान आन्दोलन में जंतर मंतर पे उड़न परी पीटी उषा से धक्का मुक्की करने वाली वो महिला कौन थी?
उसका नाम है सुदेश गोयत, सुदेश गोयत पहलवानों के धरने में क्या कर रहीं थी?
विनेश फोकट और बदरंग पूनिया को समर्थन देने कोई पहलवान तो आया नही। आए तो सुदेश गोयत जैसे पेशेवर धरना जीवी कार्यकर्ता।
सुदेश गोयत वही धरनाजीवी है जो इससे पहले किसान आंदोलन, OROP जैसे धरनों में भाग लेती रही है और अब पहलवान आंदोलन में ढाक मुल्तानी मार रही है।
कल इसी सुदेश गोयत ने पीटी उषा से धक्का मुक्की की है।