बांग्लादेशी घुसपैठ ही नहीं कर रहे बल्कि अब वो देश में चुनाव भी लड़ रहे हैं..
हाल ही में छत्तीसगढ़ में पकडे गए बांग्लादेशी जाहदियों ने खुलासा किया की वो ५००० रुपैये दलाल को देकर तारों के नीचे से भारत में घुस जाते हैं फिर १५०० रुपैये में बंगाल में आसानी से आधार कार्ड बनवाकर निकल पड़ते हैं देश में चोरी, लूट, अदि को अंजाम देने
यानि बंगाल में ममता की सरकार में घुसपैठ पर कोई अंकुश नहीं हैं , ५०००+१५०० में घुसपैठिये देश में आतंक फ़ैलाने इ लिए घुसाए जा रहे हैं. घुसपैठिये जेहादी ने खुद कुबूला है की फेरी की आड़ में रेकी करते हैं और मौका मिलते ही अपराध को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं .. ये घुसपैठिये केवल अपराध करने ही भारत में आते हैं
और खुद ममता की पार्टी TMC एक बांग्लादेशी महिला को टिकट देकर चुनाव भी लाडवा रही हैं ..
केंद्र सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और देश में आतंकियों और राजनीती में नेताओं की घुसपैठ पर रोक लगानी चाहिए. सीमावर्ती राज्यों के बॉर्डर पर ख़ास निगरानी होनी चाहिए, कहींसे घुसपैठिये घुस रहे हैं तो कहीं से आतंकी और कहीं से खालिस्तानी ये सब देश के लिए घातक हैं और देश का सारा विकास खतरे में आ जाएगा
वैसे मामला राष्ट्रिय सुरक्षा से जुड़ा है और अत्यंत चिंतनीय है तो स्वतः संज्ञान लेने वाले माननीय सुप्रीम कोर्ट को भी चिंता तो व्यक्त करनी चाहिए थी लेकिन ऐसा कुछ कहीं दिखा नहीं