गीता वीडियो एवम पंचांग
गीता अध्याय 02 (सांख्ययोग) श्लोक 58
आज का पंचांग
गुरुवार ११/०५/२०२३
ज्येष्ठ कृष्ण षष्टी , युगाब्ध - ५१२५
🌥️ 🚩विक्रम संवत-२०८०
⛅ 🚩तिथि - षष्ठी सुबह 11:27 तक तत्पश्चात सप्तमी
⛅दिनांक - 11 मई 2023
⛅दिन - गुरुवार
⛅शक संवत् - 1945
⛅अयन - उत्तरायण
⛅ऋतु - ग्रीष्म
⛅मास - ज्येष्ठ
⛅पक्ष - कृष्ण
⛅नक्षत्र - उत्तराषाढ़ा दोपहर 02:37 तक तत्पश्चात श्रवण
⛅योग - शुभ दोपहर 03:17 तक तत्पश्चात शुक्ल
⛅राहु काल - दोपहर 02:15 से 03:54 तक
⛅सूर्योदय - 06:01
⛅सूर्यास्त - 07:11
⛅दिशा शूल - दक्षिण दिशा में
⛅ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:34 से 05:18 तक
⛅निशिता मुहूर्त - रात्रि 12:14 से 12:58 तक
⛅व्रत पर्व विवरण -
⛅विशेष - षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है । सप्तमी को ताड़ का फल खाया जाय तो वह रोग बढ़ानेवाला तथा शरीर का नाशक होता है । (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
🔹स्मरणशक्ति, बुद्धि व धारणा शक्ति बढ़ाने के लिए🔹
🔹दिमाग को कमजोर करनेवाली आदतें🔹
🔸१] पर्याप्त नींद न लेना २] अधिक भोजन ३] ज्यादा तली, अधिक मिर्च- मसालेवाली चीजें व बासी भोजन खाना ४] एक समय में एक से अधिक काम में दिमाग लगाना, जैसे कि पढ़ाई करते समय गाने सुनना ५] रात को खूब जागना व सूर्योदय के बाद भी सोते रहना ६] चिंता-तनाव ७] मोबाइल फोन का अति उपयोग ८] चाय- कॉफ़ी पीना ९] रज, वीर्य नाश आदि ।
🔹ये गलत आदतें दिमाग को कमजोर करती हैं । इनसे बचें व नीचे दिये गये उपायों को अपनायें ।
🔹स्मरणशक्ति – वृद्धि व मस्तिष्क-पुष्टि के उपाय
👉 १] देशी गाय के शुद्ध घी से सिर पर मालिश करने से दिमाग की कमजोरी दूर होती है ।
👉 २] सुबह खाली पेट आँवले का मुरब्बा खाने से ह्रदय और दिमाग को शक्ति मिलती है । १- १ चम्मच आँवला रस व शहद का मिश्रण लेने से स्मृतिशक्ति बढ़ती है ।
👉 ३] सिर में लौकी का तेल लगाने से मस्तिष्क को शक्ति, ठंडक व विश्रांति मिलती है ।
👉 ४] गाय के दूध में घी मिला के पीने से स्मृतिशक्ति व बुद्धि बढ़ती है । असली गोघृत मिले तो अति उत्तम है । बाजारू पैकवाला गोघृत विश्वासयोग्य नहीं होता ।
👉 ५] दीक्षा में प्राप्त सारस्वत्य मंत्र के जप से, भगवन्नाम के जप व ध्यान से स्मरणशक्ति , बुद्धि, निर्णयशक्ति, एकाग्रता,अनुमान शक्ति आदि के साथ सब प्रकार की योग्यताओं का अतुलनीय विकास होता है ।
👉 ६] रोज सूर्यनमस्कार, सर्वांगासन आदि योगासन एवं भ्रामरी प्राणायाम करने से स्वास्थ्य, बौद्धिक व स्मरण शक्ति का विकास होता है तथा हास्य-प्रयोग करने से प्रसन्नता व स्वास्थ्य का विकास होता है ।
👉 ७] नियोजन व विचार करके कार्य करने की आदत बनाने से बुद्धिशक्ति बढ़ती है ।
👉 ८] लोहे के बर्तन में भोजन करने से बुद्धि का नाश होता है (उसमें भोजन बनाना हितकारी है ) । माइक्रोवेव ओवन से बने भोजन से याददाश्त व एकाग्रता में कमी, भावनात्मक अस्थिरता और बुद्धि की हानि होने की सम्भावना रहती है । स्टील के बर्तन में बुद्धिनाश का दोष नहीं माना जाता । काँसे के पात्र बुद्धिवर्धक तथा रूचि उत्पन्न करनेवाले होते हैं ( चतुर्मास में काँसे के पात्र का उपयोग वर्जित है ) ।
👉 ९] रोज सिरहाने के पास गुलाब का फूल रख के सोने से स्मरणशक्ति में वृद्धि होती है व मस्तिष्क शांत रहता है । मानसिक तनाव हो तो गुलाब को नियमित रूप से सूँघने से लाभ होगा ।
👉 १०] नित्य सूर्योदय से पूर्व उठें । प्रात:काल वातावरण में प्राणवायु और ऋणायन प्रचुरता में होते हैं । इस समय उठ के प्राणायाम एवं पैदल सैर करने से ताजा ऑक्सिजन मिलता है । ऋणायन से शरीर, मन – मस्तिष्क में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है । जो विद्यार्थी प्रात: उठ के पढ़ते हैं उनका वह पढ़ा हुआ दिमाग की गहराई में सुरक्षित हो जाता है अर्थात लम्बे समय तक याद रहता है ।
👉 ११] शोधों से सिद्ध हुआ हैं कि कागज पर बनाये गये संक्षिप्त आलेखों से दिमाग तेज होता है । विद्यार्थियों को अपने संक्षिप्त आलेख कम्प्यूटर, टेबलेटस, मोबइल फोन पर बनाने के बजाय कागज पर बनाने चाहिए ।
👉 १२] चुस्ततापूर्वक ब्रह्मचर्य का पालन करें ।
🔹विशेष : संत श्री आशारामजी आश्रम व समिति के सेवाकेन्द्रों पर उपलब्ध शंखपुष्पी सिरप, च्यवनप्राश, ब्राह्मी शरबत, तुलसी अर्क, ब्राह्मी घृत, आँवला चूर्ण आदि औषधियों के उपयोग से स्मरणशक्ति, धारणाशक्ति और एकाग्रता बढ़ाने में अदभुत लाभ होता है ।
🔹गुरुवार विशेष 🔹
🔸हर गुरुवार को तुलसी के पौधे में शुद्ध कच्चा दूध गाय का थोड़ा-सा ही डाले तो, उस घर में लक्ष्मी स्थायी होती है और गुरूवार को व्रत उपवास करके गुरु की पूजा करने वाले के दिल में गुरु की भक्ति स्थायी हो जाती है ।
🔸गुरुवार के दिन देवगुरु बृहस्पति के प्रतीक आम के पेड़ की निम्न प्रकार से पूजा करें :
🔸एक लोटा जल लेकर उसमें चने की दाल, गुड़, कुमकुम, हल्दी व चावल डालकर निम्नलिखित मंत्र बोलते हुए आम के पेड़ की जड़ में चढ़ाएं ।
ॐ ऐं क्लीं बृहस्पतये नमः ।
🌹 फिर उपरोक्त मंत्र बोलते हुए आम के वृक्ष की पांच परिक्रमा करें और गुरुभक्ति, गुरुप्रीति बढ़े ऐसी प्रार्थना करें । थोड़ा सा गुड़ या बेसन की मिठाई चींटियों को डाल दें ।
🔸गुरुवार को बाल कटवाने से लक्ष्मी और मान की हानि होती है ।
🔸गुरुवार के दिन तेल मालिश हानि करती है । यदि निषिद्ध दिनों में मालिश करनी ही है तो ऋषियों ने उसकी भी व्यवस्था दी है । तेल में दूर्वा डाल के मालिश करें तो वह दोष चला जायेगा ।
🙏🚩🇮🇳🔱🏹🐚🕉️