बंगाल में ममता बनर्जी ने The Kerala story पर बैन लगा दिया, उस फिल्म पर बैन लगा दिया जिसे सेंसर बोर्ड ने पास किया था। बैन तो किया ही साथ ही जो लोग फिल्म देखने आए उनके साथ भी बर्बरता की गई , पुलिस ने फिल्म देखने आए लोगों को कॉलर पकड़कर घसीटते हुए बाहर निकाला। क्या वाकई यही होता हैं संविधान का राज? क्या यही होता हैं कानून का राज?
क्या सरकार इसीलिए चुनी जाती है की वो जनता के मौलिक अधिकारों पर अतिक्रमण करे और पुलिस बल का प्रयोग कर आम जनता को प्रताड़ित करे? बंगाल में लगातार राज्य सरकार की शिकायतें आ रही हैं लेकिन देश का माननीय सुप्रीम कोर्ट इस बात से चिंतित होता नजर नहीं आ रहा है। क्या बंगाल में ममता सरकार आई बंगाल पुलिस जो कर रही है वो संविधान सम्मत है? क्या ये लोकतंत्र को हत्या नहीं है?
बीजेपी नेता राकेश सिंह ने ट्वीट कर कहा है, “ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में नागरिक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचल रही हैं। यह वीडियो कथित तौर पर हावड़ा के रंगोली मॉल का है।”
उन्होंने राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर कहा, “फिल्म देखने के इच्छुक लोगों पर हमला किया जा रहा है। ममता बनर्जी की पुलिस ने मासूम दर्शकों को परेशान किया है। ये लोग तो सेंसर बोर्ड द्वारा पास की गई फिल्म देखने पहुँचे थे। यह बुनियादी मौलिक अधिकारों का पूरी तरह से उल्लंघन है।”
भाजपा के मीडिया पैनलिस्ट आशुतोष झा ने कहा है, ‘सेंसर बोर्ड द्वारा पारित फिल्म देखने के लिए वहाँ पहुँचे मासूम दर्शकों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई बुनियादी मौलिक अधिकारों का पूरी तरह से उल्लंघन है।” साथ ही उन्होंने इस मामले में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के हस्तक्षेप की माँग की।
बीजेपी कार्यकर्ता अमित ठाकुर ने कहा है, “ममता बनर्जी की पुलिस लोगों को ‘द केरल स्टोरी’ देखने से रोक रही है। इस तरह का व्यवहार स्वीकार नहीं किया जाएगा। हम सभी को फिल्म का समर्थन करना चाहिए।”
भाजपा युवा मोर्चा की उपाध्यक्ष प्रियंका शर्मा ने कहा है, “हावड़ा पुलिस ने रंगोली मॉल में ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म देखने गए लोगों को परेशान किया और उन्हें बाहर निकाला। उनका अपराध यह था कि वे सिर्फ टिकटों के पैसों की वापसी चाहते थे।”
बात दें कि प्रियंका शर्मा ने मई 2019 में ममता बनर्जी का ‘मेट-गाला थीम्ड मीम’ पोस्ट किया था। इसके बाद बंगाल पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
इस पूरे मामले की जानकारी के लिए ऑपइंडिया ने फोरम रंगोली मॉल से संपर्क किया लेकिन उन्होंने हमारे सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया और कॉल कट कर दिया।