अब सीधे ज्योतिर्लिंग निशाने पर , मंदिर के पास उर्स, उर्स में सम्मिलित होने आए मुसलमानों में नाशिक , महाराष्ट्र स्थित त्रयंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग पर जबरन चादर चढ़ानेंका प्रयास किया। जबरन मंदिर में घुसने के इनके प्रयास को विफल कर दिया गया और ब्राह्मण महासभा ने गंभीर जांच की मांग की है। आरोपितों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की माँग की जा रही है। पुलिस द्वारा कार्रवाई न होने पर पुजारियों ने विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
इस संबंध में मंदिर प्रशासन ने स्थानीय पुलिस थाने को पत्र भी लिखा है। इसमें शनिवार (13 मई, 2023) को रात में 9:41 बजे हुई इस घटना के संबंध में बताया गया है। मंदिर के उत्तरी द्वार से कुछ ही दूरी पर उर्स का आयोजन चल रहा है। वहीं से कुछ मुस्लिमों ने मंदिर में एंट्री लेने की कोशिश की। इस पत्र में लिखा है कि सदियों से ये परंपरा चली आ रही है कि मंदिर में सिर्फ हिन्दुओं को ही प्रवेश देने की अनुमति रही है, जिनकी हिन्दू धर्म में आस्था नहीं है उन्हें नहीं।
प्रश्न ये उठता है को आखिर शिवलिंग पर चादर क्यों चढ़ाना चाहते थे? आखिर क्यों हिंदू मंदिर में घुसना चाहते थे जो उनके मतानुसार हराम है? जरूर कोई गहरी जेहादी साजिश है..प्रशासन को गंभीरता से जांच करनी चाहिए और हिंदुओं को भी सजग रहना चाहिए इस घटिया जेहादी सोच से ।
देवस्थान ट्रस्ट ने पुलिस से इस मामले में जाँच शुरू कर कार्रवाई करने के लिए कहा है। लिखा है कि इस घटना से सामाजिक तानेबाने को नुकसान पहुँच सकता है। आगे इस तरह की घटना न हो, इसके लिए व्यवस्था करने के लिए भी निवेदन किया गया है। ये मंदिर नीलगिरि, ब्रह्मगिरि और कलागिरि की पहाड़ियों के बीच में स्थित है। मंदिर में ब्रह्मा, विष्णु और महेश का प्रतिनिधित्व करते हुए 3 लिंग स्थापित हैं। मुग़ल बादशाह औरंगजेब द्वारा ध्वस्त किए जाने के बाद पेशवा बालाजी बाजीराव ने इसका पुनर्निर्माण करवाया था