कर्नाटक WAQF बोर्ड के चेयरमैन शफी सादी ने कहा कि उन्होंने चुनाव से पहले ही कहा था कि किसी मुस्लिम को प्रदेश का उपमुख्यमंत्री होना चाहिए और मुस्लिमों को 30 सीटें दी जानी चाहिए। हालाँकि, उन्हें 15 सीटें मिलीं, जिनमें से 9 मुस्लिम उम्मीदवार जीते।
शफी ने कहा कि इन चुनावों में करीब 72 विधानसभा सीटों पर कॉन्ग्रेस केवल मुसलमानों की वजह से जीती। सादी बोले कि एक समुदाय के तौर पर मुस्लिमों ने कॉन्ग्रेस को बहुत कुछ दिया है। अब समय आ गया है कि बदले में उन्हें कुछ मिले।
इसे देखकर साफ साफ समझा जा सकता है को कांग्रेस ने कर्नाटक को जनता के लिए चुनाव नहीं जीता अपितु सत्ता पाने के लिए एक डील की थी और अब उस डील को पूरा करने का वक्त है।