कांग्रेस की जीत का जश्न ऐसा जिसने किसी की जान ले ली।
ऐसे भी हो सकते हैं कांग्रेसी समर्थक जो खुशी मनाते मनाते उस में खलल पड़ने पर अपने ही चाचा को मौत के घाट उतार दें। 21 वर्षीय आदित्य है जो कि कांग्रेसी समर्थक है उसने अपने ही चाचा कृष्णपा (भाजपा समर्थक) की हत्या इसलिए कर दी क्योंकि उन्होंने कांग्रेस की जीत पर जश्न मना रहे आदित्य को रोकना चाहा।
अब आप सोचिए ऐसे लोगों को क्या स्लीपर सेल कहना गलत होगा जो सही और गलत का फर्क ना कर सके और अपनों की ही हत्या कर दी वह भी केवल इसलिए क्योंकि उन्हें कांग्रेस की जीत का जश्न नहीं मनाने दिया जा रहा।
मामला बेंगलुरु के देहात का है कृष्णपाल जो कि एक भाजपा समर्थक है उनके घर के सामने कुछ कांग्रेस ही कांग्रेस के जीत का जश्न मनाते हुए पटाखे फोड़ रहे थे उनमें उनका भतीजा आदित्य भी सम्मिलित था जब कृष्ण ने इन्हें अपने घर के सामने ऐसा करने से रोकना चाहा तो कांग्रेस समर्थक हिंसक हो गए और आदित्य ने कुल्हाड़ी से अपने ही चाचा की हत्या कर दी।
इस मामले के बाद तो यह कहना पड़ेगा कि केवल जिहादियों से ही नहीं ऐसे कांग्रेस समर्थकों से भी दूरी बनाकर रखें जो अपने ही चाचा की भी हत्या कर सकते हैं।
इस घटना की जानकारी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को हुई तो उन्होंने नंदगुड़ी पुलिस स्टेशन पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी मामले में शामिल सभी आरोपितों की गिरफ्तारी की माँग कर रहे थे।
फ़िलहाल पुलिस ने आदित्य को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में आदित्य के पिता गणेश और अन्य की तलाश की जा रही है। गाँव में किसी प्रकार की झड़प आदि की आशंका को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।