वीरों की धरती राजस्थान ने कभी सोचा भी नहीं था की ऐसा दृश्य भी देखना पड़ेगा।
पुलवामा के बलिदानियों की वीरांगनाओं को कांग्रेस सरकार की पुलिस ने पिटा, अस्पताल में भर्ती
पुलवामा के वीर बलिदानियों की वीरांगनाओं को मार मार कर इस हाल में पहुँचाने वाले , राजस्थान पुलिस के किसी अधिकारी के विरुद्ध 24 घंटे के बाद , अभी तक (अब तक की प्राप्त जानकारी के अनुशार) भी कांग्रेस सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं की है।।।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो👇
राजस्थान के जयपुर में पुलवामा आतंकी हमले के बलिदानी CRPF जवानों के परिजनों ने पुलिस द्वारा खुद को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है। वीरगति पाए जवानों के परिवार वालों ने राजस्थान सरकार पर वचन तोड़ने का आरोप लगाते हुए इच्छामृत्यु की माँग की है। इन आरोपों के समर्थन में कुछ वीडियो भी वायरल हुए हैं, जिनमें राजस्थान पुलिस के जवान महिलाओं से दुर्व्यहवार करते नजर आ रहे हैं। पीड़ित परिजन शहीद स्मारक पर अपनी माँगों को लेकर धरना दे रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुशार, फरवरी 2019 के पुलवामा आतंकी हमले में बलिदान हुए CRPF जवानों के परिजन जयपुर स्थित शहीद स्मारक के एक हिस्से में अपनी माँगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन में बलिदानी जवानों की माताएँ और पत्नियाँ भी शामिल हैं। बलिदानी हेमराज मीणा की वीरांगना पत्नी मधुबाला मीणा ने बताया कि काफी पहले ही उनके गाँव का नाम उनके पति के नाम पर रखने और सांगोद के स्कूल में स्मारक बनाने का वादा हुआ था जो अब तक अधूरा है। मधुबाला का आरोप है कि ये कोई बहुत बड़ी माँग नहीं है, लेकिन राजस्थान सरकार के मंत्री इसे टाल रहे हैं।
एक अन्य बलिदानी रोहिताश लाम्बा की पत्नी मंजू ने बताया कि उनके पति के अंतिम संस्कार के समय तमाम नेता और मंत्री आ कर बड़े-बड़े वादे किए थे। तब मंजू के देवर जितेंद्र को सरकारी नौकरी के साथ रोहिताश का एक स्मारक भी बनवाने का वादा राज्य सरकार की तरफ से किया गया था। वीरांगना मंजू का आरोप है कि वो तमाम सरकारी वादे अधूरे पड़े हैं। बताया गया कि अब रोहिताश के घर किसी मंत्री या नेता का आना-जाना तो दूर, कोई अधिकारी ठीक से बात भी नहीं करता।
रोते हुए मंजू लम्बा ने बताया कि जब उन्होंने अपनी माँगों के लिए आवाज उठाई, तब उन्हें राजस्थान पुलिस से प्रताड़ित करवाया गया। इस दौरान मंजू लाम्बा ने कहा, “हमने सोचा था कि हम अपने बच्चों को भी देश के लिए लड़ने भेजेंगे, पर यह सब देख कर हमने अपने हाथ वापस खींच लिए हैं।”
राजस्थान भाजपा ने पुलवामा हमले में वीरगति पाए जवानों की वीरांगनाओं के साथ पुलिस और गहलोत सरकार के रवैये की आलोचना की है। भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने घटनास्थल पर अपनी मौजूदगी का दावा किया। उन्होंने लिखा, “आज तीनों वीरांगनाओं के साथ राज्यपाल महोदय को ज्ञापन देने राजभवन गया था। ज्ञापन सौंपने के बाद वीरांगनाएँ मुख्यमंत्री जी से मिलने के लिए मुख्यमंत्री आवास की ओर पहुँचीं तो पुलिस ने उनके साथ अभद्रता व मारपीट की। इसमें मंजू जाट घायल हो गईं।”