गजब का भाईचारा और सेक्युलरिज्म भारतीय Mu&lim समुदाय का... सीतामढ़ी, बिहार का मामला।
बिहार के सीतामढ़ी जिले में हो रहे यज्ञ के दौरान मुस्लिम पक्ष ने लाउडस्पीकर उतरवाने के लिए कहा। इसके जवाब में हिन्दू पक्ष ने भी मुस्लिमों से नमाज़ में माइक न प्रयोग करने की माँग की। इसी बात पर हिंसा भड़क उठी।
हमलावरों ने पत्थरबाजी की जिस से कुछ लोग घायल हो गए। हालत को काबू करने की कोशिश में कुछ पुलिसकर्मी भी ज़ख़्मी हुए हैं जिसमें SDPO भी शामिल हैं। बाद में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 49 लोगों को गिरफ्तार किया है। तनाव की आशंका देखते हुए गाँव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। घटना शुक्रवार (3 मार्च, 2023) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहाँ के बड़हरवा पंचायत के गाँव धरहरवा में शुक्रवार को हिन्दू पक्ष हवन कर रहा था। बताया जा रहा है कि हवन में वेदमंत्र लाउडस्पीकर पर बज रहा था। इस पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आपत्ति दर्ज की। इसके जवाब में हिन्दू पक्ष के लोगों ने भी मुस्लिमों से लाउडस्पीकर के बिना नमाज़ पढ़ने को कहा। इसी बात पर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और माहौल गर्म हो गया। इस बीच किसी ने मामले की सूचना पुलिस को दे दी।
घटना की जानकारी मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल धरहरवा गाँव में पहुँचा। इस पुलिस टीम का नेतृत्व सदर क्षेत्र के SDPO कर रहे थे। पुलिस दोनों पक्षों से बात कर ही रही थी कि अचानक ही पत्थरबाजी शुरू हो गई। बदले हालत से अफरातफरी मच गई और पुलिस ने मोर्चा संभाला। हालात काबू करते हुए SDPO के हाथ में पत्थर लगा। घटना में कुछ अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं जिनका इलाज अस्पताल में करवाया गया। मामले की जानकारी होते ही DM और SP भी भारी फ़ोर्स के साथ गाँव में पहुँचे।
हिंसा में दोनों पक्षों से लोग घायल बताए जा रहे हैं जिनके इलाज अस्पताल में चल रहे हैं। दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर हमले का भी आरोप लगा रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में परिहार थाने में FIR दर्ज कर ली है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक कुल 49 आरोपितों की गिरफ्तारी की गई है। हालात काबू में रखने के लिए गाँव में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। जिले के बड़े अधिकारियों के मुताबिक, स्थिति पूरी तरह से काबू में है। थाने पर पीस कमेटी की मीटिंग भी आयोजित की गई है।
इस मामले को देखकर कुछ लोगों के मन में एक प्रश्न उठ सकता है कि, विशेष समुदाय के सेकुलरिज्म और भाईचारे का आखिर अर्थ है क्या? हिंदू अपने त्यौहार मनाए तो दिक्कत हिंदू पूजा करें, हवन यज्ञ आदि करें हनुमान चालीसा के बजाय तो दिक्कत। हिंदू कभी कबार लाउडस्पीकर बजाएं या अधिक से अधिक ,कहीं कहीं पर दिन में एक बार लाउडस्पीकर पर आरती या पूजा करें तो भी दिक्कत लेकिन खुद दिन में 5 बार लाउडस्पीकर पर देश की लाखों मस्जिदों से अजान बजाए तो किसीको दिक्कत कतई नहीं होनी चाहिए!
सेक्युलरिज्म की बातें करने वाले इस मामले पर क्या कहेंगे? कुछ नहीं कहेंगे क्योंकि ये उनके एजेंडे का हिस्सा है ही नहीं। लेकिन सनातनियों को से समझने में अधिक देर नहीं लगनी चाहिए।
Note - हिंदू त्योंहारों पर (त्योंहारो के अलावा भी) खरीददारी उसिसे करें जो हमारे त्योंहार, परंपरा, देवता, शास्त्र, धर्म का सम्मान करें। ये आज नहीं तो कल हर हिंदू को करना ही होगा, इस कार्य में जितना विलंब होगा समस्या उतनी ही बढ़ती जाएगी और उसके दुष्परिणाम उतने ही अधिक भुगतने होंगे। खास बात ... हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स का भी बहिष्कार अत्यंत आवश्यक है।