यह कोई मुंबई से रुचिका जी मन्नत मांगने के लिए फतेहपुर सिकरी दरगाह में गई थी, रुचिका से फतेहपुर सीकरी दरगाह में मन्नत के नाम पर जबर्दस्ती ₹5100 की चादर चढ़वाई गई पैसे भी ऐंठ लिये। बहुत खुशी हुई कि रुचिका जी की मन्नत बड़ी जल्दी कबूल हुई, रुचिका जी दरगाहों में बड़ी जल्दी हिंदुओं की मन्नत कबूल होती है।
हिंदू जितना मर्जी लात खा ले लेकिन सुधरेंगे नहीं। ना जाने कब से हिंदुओं को समझाया जा रहा है कि वो मजारों, दरगाहों पर न जाएं लेकिन हिंदू मानते कहां है! चलो ये तो कैसे पैसों की लूट हुई लेकिन कई मामलों में तो अस्मिता ही लुट जाती है..

