खालिस्तानी जो अपने आप को सिख कहते है क्या आपने कभी उनके मुंह से जेहादियों के ऐसे षड्यंत्रों का विरोध सुना है? खुलेआम कौर तो खान का खेल चल रहा है लेकिन पूरे विश्व में कोई इसपर कुछ नहीं बोल रहा
सावधान रहें, सेक्युलरिज्म और भाईचारे की बीमारी से बाहर आने का प्रयास करें

