पाकिस्तान एक इस्लामिक मुल्क जहां हिंदुओं की जो दुर्गति है वो पूरा विश्व जानता है और इसका कारण है वो मजहबी मानसिकता जो गैर मजहबी लोगों से केवल और केवल घृणा करती है। उसी पाकिस्तान से किसी प्रकार जान बचाकर भारत में आकर शरणार्थी की तरह जीवन जी रहे एक हिंदू ने भारत के हिंदुओं से एक सवाल किया है जो सवाल अपने आप में एक चेतावनी भी है
भारत के बहुत से हिंदुओं में भाईचारा और सेकुलरिज्म की भयानक बीमारी लगी हुई है और जिनमें यह बीमारी नहीं भी लगी वह भी कोई खास सजग नहीं है... । भारत के हिंदू कुंभकरण से भी ज्यादा गहरी नींद में सो रहे हैं और वह इस घटिया घृणा भरी कट्टरपंथी मानसिकता को जानकर भी नहीं पहचानना चाह रहे... लेकिन ये सब उन्हें भविष्य में बहुत भारी पड़ सकता है... वर्तमान के हिंदू तो भले ही जैसे तैसे जी लें लेकिन आने वाली पीढ़ियों का भविष्य दर्दनाक होगा