मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व शर्मा के नेतृत्व में असम कैबिनेट ने अब हिन्दुओं को गन लाइसेंस देने का फैसला किया है — जेहादी खतरे से निपटने के लिए ये फैसला ऐतिहासिक है। अभी यह लाइसेंस उन क्षेत्रों में दिया जा रहा है जहां I&LAMI आतंकवाद जोर पकड़ रहा है और जो क्षेत्र बांग्लादेश की सीमा से लगते हैं।जहां पुलिस हर जगह नहीं पहुंच सकती, वहां नागरिकों को आत्मरक्षा में सक्षम बनाना ही एकमात्र विकल्प है।
👉 धुबरी, ग्वालपारा, नौगांव जैसे सीमावर्ती जिलों में हालात बेहद गंभीर हैं। जिन जिलों में हिन्दू अल्पसंख्यक हो चुके हैं, वहां ये लाइसेंस जरूरत नहीं, मजबूरी बन चुके हैं। कारण स्पष्ट है कि पश्चिम बंगाल, असम में भी हालात कश्मीर जैसे बनने की कगार पर हैं।अब सिर्फ़ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नहीं, जन-जन को चाहिए सशक्तिकरण।🔴 क्या अन्य राज्य सरकारें समय रहते चेतेंगी ?🤔
साभार
विवेकानंद विनय ✍️