कड़वा है लेकिन सच है कि ममता बनर्जी के राज में आज जो कुछ बंगाल में हिंदुओं के साथ हो रहा है वो हिंदुओं की ही भूल का नतीजा है। हिंदुओं ने सदैव दूरदर्शिता की उपेक्षा करते हुए नजदीकी लाभ को देखा और शायद इसी लिए गलत चुनते हुए अपने लिए कांटे बोए और वही जानते ना केवल हिंदुओं को चुभ रहे हैं बल्कि असहनीय पीड़ा दे रहे हैं जिस कारण रोते बिलखते हुए अपना सब कुछ छोड़कर भाग रहे हैं। राष्ट्रपति शासन लगाने से क्या होगा? क्या सब ठीक हो जाएगा..👇सुनिए क्या कहते है भाई अजीत भारती जी
राष्ट्रपति शासन भले ही समाधान न हो लेकिन कोई ना कोई समाधान तो सरकार को, हिंदू संगठनों को करना ही होगा.. आखिर कैसे इस तरह हिंदुओं को मरते छोड़ दिया जाय..? संविधान , संविधान का रक्षक कानून, माननीय सुप्रीम कोर्ट ये सब बंगाल की स्थिति पर मौन हैं.. न खुद कुछ कर रहे और ना ही सरकार पर किसी प्रकार का दबाव बना रहे क्योंकि ये उनके एजेंडे में फिट नहीं बैठता.. हिंदुओं तुम्हारी रक्षा केवल तुम्हारे हाथों में है ... जेहादियों का पूर्ण रूप से बहिष्कार और आत्मरक्षा की भरपूर तैयारी पूरे देश के हिंदू के लिए अत्यंत आवश्यक हैराष्ट्रपति शासन लगाने पर भी दोबारा चुनाव मैं पश्चिम बंगाल के भद्र लोग ममता कौन ही चुनेंगे 👆 पत्रकार अजीत भारती
April 14, 2025
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