ये चाचा बिल्कुल साफ साफ शब्दों में सच ही तो बोल रहे है फिर भी कोई ना समझना चाहे तो वो मूर्ख नहीं तो और क्या है। ये चीख चीख कर बता रहे है कि हमारे लिए हमारा मजहब फर्स्ट है फिर देश है। पहले हम मुसलमान है फिर हम हिन्दुस्तानी है, पहले हमारे लिए कलमा है फिर तिरंगा है..और ये कोई केवल एक मुसलमान ने बोला है ऐसा नहीं है... हाल ही में एक नेता ने भी साफ साफ शब्दों में कहा था कि पहले सीरिया फिर संविधान है
अब इनके लिए मजहब फर्स्ट है तो मजहबी एजेंडा तो प्राथमिक होगा ही और मजहबी एजेंड के लिए जो चाहे करेंगे...कर भी रहे है। कश्मीर ऐसे ही हुआ था क्या? अब बंगाल ऐसे ही हो रहा है क्या? पूरी प्लानिंग है एक एजेंडा से है उसके तहत सब कुछ हो रहा है लेकिन ज्यादा पढ़ा लिखा और आधुनिक हिंदू ये सब समझना नहीं चाह रहा इसलिए जगह जगह से पलायन कर रहा है..