दुर्भाग्यपूर्ण है कि कश्मीर पर हिंदू कुछ बोल ना सका क्योंकि उस समय जानकारी नहीं मिल रही थी लेकिन आज जानकारी मिलने के बाद भी हिंदू सब कुछ इग्नोर करके अपनी मस्ती में मस्त है । हिंदू ही क्या हिन्दू संगठन, हिंदू नेता, हिंदू सरकार सब बस देख रहे है और कुछेक थोड़ा बहुत हो हल्ला मचा रहे है लेकिन कोई कुछ कर नहीं रहा मानों सबकुछ बंगाल में नहीं बांग्लादेश में हो रहा हो..
याद रखना हिंदुओं ना तुम कश्मीर में कुछ कर पाए ना बांग्लादेश में कुछ कर पाए और अब तुम बंगाल में भी कुछ नहीं कर रहे...तुम्हारी ये अकर्मण्यता ही तुम्हारा भविष्य निश्चित करेगी... आज बंगाल वाले पलायन कर रहे हैं, आज बंगला की बहन बेटियां बर्बाद हो रही गण लेकिन ये मत सोचना को ये आग केवल बंगाल तक ही सीमित रहेगी.... जो हिंदू यह सब कुछ देखते हुए जिहादियों का बहिष्कार तक नहीं करप रहे वो प्रतिकार तो क्या ही करेंगे... पाकिस्तान में एक मां ने रोते हुए जेहादी अब्दुल से कहा था... "एक एक करके करो वर्ना मर जाएगी 14 साल की ही है मेरी बेटी..."