हिंदू नववर्ष "चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, २०८२ की सभी सनातनियों को हार्दिक शुभकामनाएं। आइए हम सभी मिलकर सभी अपनों को इस प्राकृतिक नववर्ष की शुभकामनाएं दें और खुशियां बांटें। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन नव वर्ष मनाने के अनेकों कारण हैं। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण कारण है की को दिन जगतपिता ब्रह्मा ने श्रृष्टि की रचना का प्रारंभ किया था।
आओ सभी मिलकर पूरे हर्ष और उल्हास के साथ नववर्ष मनाएं, जल्दी उठकर पूजा पाठ करें अपने मित्रों, परिजनों को नववर्ष की शुभकामनाएं दें, घर, कार्यालय, वाहन आदि पर भगवा धवज लहराएं, तिलक लगाएं। ये अब करने से एक सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण होता है। हिंदू नववर्ष एक महोत्सव है इसे पूरे धूम धाम से मनाएं लेकिन ध्यान रहे को समाज में व्याप्त आसुरी शक्तियों से भी सामना हो सकता है तो सज्ज रहें, अपनी सुरक्षा के लिए भी