अमेरिका में सत्ता बदलते ही हिडनबर्ग रिसर्च बंद करने की घोषणा कर दिया। अब आप समझ जाइए की हिडनबर्ग रिसर्च किसका खेल था और इसे कौन बचा रहा था अमेरिकी डीप स्टेट पूरी तरह से भारत की उभरती हुई कंपनियों के पीछे पड़ी थी और डीप स्टेट के कठपुतली जो विडेन हिडेनबर्ग रिसर्च को पूरी तरह से बचा रहे थे जबकि वह सारी फर्जी जानकारी देकर करके शार्ट सेलिंग करके पैसे भी कमा रहा था और भारत के अदानी ग्रुप को बर्बाद करने की कोशिश भी कर रहा था
लेकिन सत्ता बदलते ही उसे एहसास हो गया अब उसे कोई नहीं बचा सकेगा फिर उसने घोषणा कर दिया कि अब हिडनबर्ग रिसर्च को हमेशा हमेशा के लिए बंद किया जा रहा है 2 मिनट का मौन राहुल गांधी जैसे लोगों उन सभी लोगों के लिए जो हिडनबर्ग रिसर्च के रिपोर्ट पर लहंगा और घाघरा उठाकर नाचने लगे थे