बंग्लादेश की यूनुस सरकार ने कहा है कि शेख हसीना को सज़ा देने के लिए भारत से उनके प्रत्यर्पण करने के लिए जो सूचना भेजी गई थी, उस पर भारत सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया है। इसलिए वह भारत सरकार को “लेटर ऑफ़ अर्जेंसी” भेजेंगे।आशा की जा रही है कि भारत सरकार इस “लेटर ऑफ़ अर्जेंसी” को उतना ही महत्व देगी जितना प्रत्यर्पण वाले सूचना पत्र को दिया था।
भारत सरकार का स्पष्ट मानना है कि शेख हसीना अपने देश से भागकर नहीं आयीं थीं। उनको बाकायदा उनके सेना ने अपने विमान से भेजा था और इसके लिए भारत सरकार को सूचना दी गई थी जिसके बाद भारतीय सेना के दो विमानो की अगवानी में वह यहाँ आयीं थीं, ऐसे में भारत सरकार उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार नहीं कर सकती।